West Bengal Assembly Election 2021: कोरोना संकट के बीच पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के सातवें चरण का मतदान सोमवार को होगा। यह चुनाव आयोग के लिए भी कड़ी परीक्षा होगी। आयोग का ध्यान अब सुरक्षा इंतजाम से कहीं ज्यादा मतदान के दौरान संक्रमण नहीं फैलने देने की पुख्ता व्यवस्था करने पर है। इस बाबत प्रशासन और चुनाव कर्मियों को विशेष निर्देश दिए गए हैं। सातवें चरण में केंद्रीय बलों की कुल 796 कंपनियों की नियुक्ति की जाएगी। इनमें से बूथों पर 653 कंपनियों की नियुक्ति होगी। आसनसोल-दुर्गापुर में 154, दक्षिण दिनाजपुर में 108, जंगीपुर पीडी में 102, कोलकाता दक्षिण 63, मालदा में 122, मुर्शिदाबाद में 102 और रायगंज पीडी में दो कंपनी की नियुक्ति की जाएगी।
बंगाल विधानसभा चुनाव के सातवे चरण में कोलकाता, दक्षिण दिनाजपुर, मालदा, मुर्शिदाबाद व पश्चिम बर्द्धमान की 34 सीटों के लिए वोट पड़ेंगे। कुल 268 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिनमें 37 महिलाएं शामिल हैं। करीब 82 लाख मतदाता उनकी सियासी किस्मत का फैसला करेंगे। पहले इस चरण में 36 सीटों पर मतदान होना था, लेकिन बंगाल में मुर्शिदाबाद जिले की जंगीपुर व शमशेरगंज सीटों पर एक-एक प्रत्याशी की कोरोना से मौत होने से वहां अब 16 मई को वोट पड़ेंगे। इस वजह से प्रत्याशियों की संख्या भी 284 से घटकर 268 हुई है। बंगाल विधानसभा के सातवें चरण में कुल 11,376 बूथों पर लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
सातवें चरण के चर्चित प्रत्याशी
बंगाल विधानसभा के सातवें चरण के चर्चित प्रत्याशियों में तृणमूल सरकार के मंत्री फिरहाद हकीम, सुब्रत मुखर्जी व शोभनदेव चट्टोपाध्याय और भाजपा से जाने-माने अभिनेता रूद्रनील घोष, विख्यात अर्थशास्त्री अशोक कुमार लाहिड़ी, आसनसोल के पूर्व मेयर जीतेंद्र तिवारी व मशहूर फैशन डिजाइनर अग्निमित्रा पाल शामिल हैं। वहीं संयुक्त मोर्चा से जेएनयू की छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष व आभास राय चौधरी (माकपा) और मइनुल हक और आबू हेना (कांग्रेस) चुनावी मैदान में हैं।