गिरिडीह
भाकपा माले की 52 वीं वर्षगांठ आज पूरे गिरिडीह जिले में पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा कोविड नियमों का अनुपालन करते हुए मनाई गई।
कोरोना को लेकर सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के मद्देनजर कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं हुआ, लेकिन अमूमन सभी पार्टी कार्यालयों के अलावे कार्यकर्ताओं ने अपने घरों में रहकर ही पार्टी का स्थापना दिवस मनाते हुए शहीद तथा दिवंगत साथियों को याद किया। केंद्रीय कमेटी द्वारा जारी, ‘पीड़ित जनता की सेवा तथा लोकतंत्र व न्याय के लिए जन आंदोलन मजबूत करने’ का संकल्प लिया।
इस दौरान पार्टी नेताओं ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार देशभर में कोविड की आपदा रोकने में ना सिर्फ पूरी तरह विफल साबित हुई है, बल्कि इसी दौरान उसने बड़े ही आक्रामक तरीके से देश की चुनिंदा कारपोरेट कंपनियों को स्थापित और मजबूत करने का काम किया है। जबकि दूसरी तरफ केंद्र की मोदी सरकार मजदूर-किसानों सहित आम जनता के अधिकारों की कटौती करने में भी लगी रही। सरकार ने बिल्कुल ही बेशर्म तरीके से किसानों के विरुद्ध तीन काले कानून लाकर उनकी जिंदगी तबाह करने की कोशिश की है।
केंद्र सरकार की इस तरह की जन विरोधी नीतियों के विरोध की हर आवाज को दबाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। देश में लोकतंत्र तथा न्याय पूरी तरह से खतरे में पड़ चुका है।
कहा कि, मौजूदा समय देश की पीड़ित जनता के साथ खड़ा होने तथा लोकतंत्र एवं न्याय के लिए जन आंदोलन मजबूत करने की सबसे बड़ी चुनौती है। आज भाकपा माले की 52 वीं वर्षगांठ पर पार्टी के एक एक सदस्य एवं कार्यकर्ता इस चुनौती को पूरा करने का संकल्प ले रहे हैं।
पार्टी के जिला सचिव मनोज भक्त, विधायक विनोद कुमार सिंह, पूर्व विधायक राजकुमार यादव, सीताराम सिंह, राजेश कुमार यादव, पूरन महतो, परमेश्वर महतो, उस्मान अंसारी, जयंती चौधरी, रामेश्वर चौधरी, राजेश कुमार सिन्हा, अशोक पासवान, मनोवर हसन बंटी, नागेश्वर महतो, रामेश्वर चौधरी, पवन महतो, भोला मंडल, किशोरी अग्रवाल, सकलदेव यादव, रामकिसुन यादव, रीतलाल वर्मा, शिवनंदन यादव, रामलाल मंडल, फोदार सिंह, पप्पू खान, कन्हैया सिंह, मेहताब अली मिर्जा, मनोज कुमार यादव, मुस्तकीम अंसारी, अशरेश तुरी, गजेंद्र महतो, पूनम महतो, लालमणि यादव, कयूम अंसारी, विजय पांडे, मीना दास, असगर अली, नागेश्वर यादव, रंजीत यादव, रामेश्वर ठाकुर समेत अन्य आज अलग-अलग जगह पर पाटिया स्थापना के संकल्प में शामिल रहे।
गिरिडीह से डिम्पल की रिपोर्ट