जमशेदपुर, टीवी पत्रकार अन्नी अमृता ने “ये क्या है?” नामक पुस्तक लिखी है, जिसमें अन्नी ने पत्रकारिता के दौरान हुए अनुभवों व घटनाओं का विश्लेषण किया है। इसका विमोचन राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष कल्याणी शरण समेत शहर की अन्य जानी-मानी महिलाओं ने किया।
इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ने बताया कि उन्होंने कहानीकार बनने का कभी प्रयास नहीं किया, लेकिन बतौर पत्रकार काम करते करते इतना अनुभव हो गया कि खबरों को कुछ समय में ही लोगों तक परोसने की कला सीख ली। दरअसल, यह भी एक कहानी कहना ही होता है। खुद के जीवन के अनुभव, झंझावातों और आसपास की जिंदगियों से प्रभावित होकर उन्होंने यह कहानी संग्रह लिखा। एक पत्रकार की कठिनाइयों और संघर्ष का ज़िक्र करते हुए कहा कि पुलिस की तरह ही एक पत्रकार भी हमेशा ड्यूटी पर रहता है। अन्नी ने अपनी पहली पुस्तक की प्रेरणा जीवन के कटु अनुभवों को बताया। वहीं इसे मां नीलिमा कुमारी व पिता अजीत कुमार को समर्पित किया है। इसके अलावा उन्होंने डॉ. रागिनी भूषण, डॉ. शुक्ला मोहंती सहित तमाम गुरुजनों, सहयोगियों और शुभचिंतकों को प्रेरित करने के लिए आभार जताया। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही यह पुस्तक कई ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म पर भी उपलब्ध हो जाएगी।
ये क्या है शीर्षक के संदर्भ में प्रकाश डालते हुए अन्नी ने बताया कि एक पत्रकार का जीवन ख़बर की कवरेज़, ब्रेकिंग और फ़िर फ़ॉलोअप करने की लगातार प्रक्रिया है। एक पत्रकार को विभिन्न चुनौतियों के मध्य भी हमेशा चौकस रहना होता है। पुस्तक का शीर्षक चयन करने में काफ़ी कठिनाई हो रही थी। 11 अलग-अलग कहानियों को एक नाम देना अत्यंत कठिन हो रहा था। ऐसे में उनकी बेटी (पुष्पम प्रिया) ने जिज्ञासावश पूछा कि मम्मी ये क्या है? बस बेटी के इसी सवाल ने शीर्षक का चयन आसान कर दिया। इस कहानी संग्रह में मर्डर मिस्ट्री, सोशल मीडिया पर दोस्ती, सरकारी अस्पतालों की चिंताजनक स्थिति, राजनीतिक व्यंग्य एवं पत्रकार के अनुभव समाहित हैं। लोकार्पण से पूर्व ही 100 से अधिक प्रति खरीदी जा चुकी है।