जमशेदपुर/चांडिल
दलमा के काठजाेड़ रेंज में एमजीएम मेडिकल कॉलेज के पास जंगल में रविवार काे दोबारा आग लग गई। इसमें करीब 4 हिरण, 8 माेर, दर्जनभर खरगाेश व सुअर समेत अन्य जानवराें की जलने माैत हाे गई। हालांकि वन विभाग के अधिकारी इसकी पुष्टि नहीं कर रहे हैं।
डीएफओ अभिषेक कुमार ने सिर्फ इतना कहा कि 30 दमकल की गाड़ियां बुझाने में जुटी हैं। जल्द ही आग पर काबू पा लेंगे। तेज हवा के कारण आग तेजी से फैल रही है। इसे बुझाने में जुटे वन विभाग के कर्मी छह दिन से घर नहीं गए हैं। डीएफओ ने बताया सैलानी सिगरेट पीकर जलती ही फेंक देते हैं, जिससे सूखे पत्तों में आग लग जाती है।
इधर, एक सप्ताह से धधक रहा मुसरीबेड़ा जंगल, 70 हेक्टेयर वनक्षेत्र आग की चपेट में
चौका के मुसरीबेड़ा जंगल में एक सप्ताह से आग लगी है। चांडिल अनुमंडल के 70 हेक्टेयर वन क्षेत्र को आग ने चपेट में लिया है। रविवार को जंगलाें में तेज लपटें दिखीं। इससे कई जानवर व पेड़-पौधे जल गए। मुसरीबेड़ा, खूंटी, बाड़सिड़ा, गुटीउली, पालना, बारुणा, पांडरा, रसुनिया, सुकसारी, रावताड़ा, रूदिया, हिरमिली, रामगढ़, आसनबनी, डोबो, पुडीसीली के जंगल चपेट में हैं। चांडिल रेंजर अशोक कुमार ने कहा- आग शरारती तत्व लगा रहे हैं।
डोबो सातनाला डैम घूमने आनेवाले वहां सिगरेट पीकर फेंक देते हैं, जिससे आग लग जाती है। वहीं, महिलाओं के घर के चूल्हे की राख जंगल में फेंकने से भी आग पकड़ लेती है। कांड्रा रेलवे ओवरब्रिज से लेकर मानिकुई जंगल तक असामाजिक तत्वों ने झाड़ी में आग लगा दी। इससे समीप के पेट्रोल पंप के सामने स्थित बीएसएनएल का टाॅवर और दो झोपड़ीनुमा दुकानें जल गईं। आग ने मानीकुई जंगल काे भी चपेट में ले लिया। तीन दमकलाें ने आग बुझाई।