गिरिडीह
विधानसभा प्रभारी राजेश सिन्हा मुफ़्फ़शील क्षेत्र में भ्रमण के दौरान लोगो से मिले,श्री सिन्हा से बताया माले गरीब,मजदूर की आवाज है माले हमेशा साथ खड़ा मिलेगा। श्री सिन्हा ने बताया कि लगभग 10,000 घर ऐसे है जिनके रोजगार पर प्रश्न चिन्ह लगा हुआ रहता है,रोजगार के लिए अपने पूर्वजो के जमीन पर से ओपेन कास्ट पर निर्भर रहते है,कोयले पर निर्भर रहते है,परिवार का पेट भरने के लिए जान जोखिम डाल के कोयला चुनते है,उसको सरकार चाहे तो लीगल कर सकती है, सी सी एल भी बंद हुए खदान के अंदर से निकाले कोयले पर कुछ सरकारी शुल्क ले -ले और उसको लीगल बना दें ऐसा कोई प्रावधान हो,रोज कमाने खाने वाले को सरकार सुध लें,सरकार ने जो वादा किया उससे भी पल्ला झाड़ रही है,पहले जनता रघुवर से ठगी महसूस कर रही थी अब वर्तमान उसी रघुवर वाली नक्से कदम पर चल रही है।
प्रशासन भी सरकार के आदेशानुसार गरीब पर ही डंडा चला रही है जबकि इसी गिरिडीह में बड़े बड़े कल कारखानों से निकले धुवे को नजरअन्दाज करती है,फुटपाथ पर प्रचार के माध्यम से कब्जा भी नजऱ अंदाज किया जा रहा है,जहाँ फुटपाथ लगाया जा सकता है सरकार को कुछ टेक्स आता वहाँ अब प्रचार लग रहा है।