जमशेदपुर : शिक्षित होने के बावजूद युवा वर्ग को नौकरी से वंचित रहने के पीछे दक्ष नहीं होना भी एक कारण है. इसलिये बंगलौर की संस्थान सीएसएसपीएल टेक्नोलॉजिस एंड सर्विस प्रा. लि. ने वैसे युवाओं को अपनी नई तकनीक से स्किल्ड (दक्ष) बनाने का बीड़ा उठाया है. इसके लिये लौहनगरी सहित राज्य के कई नामी शैक्षणिक संस्थाओं के साथ करार भी किया है. इस हेतु शहर पहुंचे उक्त संस्थान के सह संस्थापक सह सीईओ मनोज कुमार ने एग्रिको में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि शहर के जेवियर ग्रुप की एक्सआईटीई (गम्हरिया) तथा नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय (पोखारी) के साथ उनका करार हो चुका है. यही नहीं राज्य के आरकेडीएफ विश्वविद्यालय (रांची) तथा राधा गोविंद विश्वविद्यालय (रामगढ़) के साथ समझौता संपन्न हो चुका, जबकि कई संस्थानों के साथ समझौते के लिये वार्ता जारी है.
उन्होंने बताया कि उनकी संस्था फिलहाल झारखंड सहित पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, बिहार तथा उड़ीसा में कार्यरत है, जहां विद्यार्थियों का अच्छा रिस्पांस उन्हें मिल रहा है. शैक्षणिक संस्थानों के साथ करार में वे विद्यार्थियों को तीन वर्ष में कुल 1500 घंटे का कोर्स कराएंगे. उनका उद्देश्य ‘स्किल फीट, वर्क फिट, फ्यूटर फिटÓ है. इसके माध्यम से विशेष रुप से वे बीबीए, बीकॉम, बीए, बीएससी, कंप्यूटर डिप्लोमा के विद्यार्थी हिस्सा बन सकते हैं, ताकि उन्हें इंडस्ट्रीयल एक्सपोजर मिल सके. संवाददाता सम्मेलन में झारखंड के रिजनल हेड अभिषेक राज, रंजोय, ओमेश कुमार सिन्हा, प्रसाद, विवेक, गौरव आदि भी मौजूद थे.
एक क्लिक में जुड़ेंगे ‘जॉब हब’ से
मनोज कुमार ने बताया कि जल्द ही वे ‘कैरियर आरंभ’ नामक एक जॉब पोर्टल लांच करेंगे, जिसके माध्यम से छोटे शहर के युवा भी एक क्लिक से मशहूर शहरों के ‘जॉब हब’ से जुड़ सकेंगे. वे स्वयं नौकरी का विवरण आदि को न सिर्फ देख सकेंगे, बल्कि उसमें से अपने अनुसार जॉब टटोल भी सकेंगे. नयी तकनीक के माध्यम से यह जॉब पोर्टल नकली रिज्यूम को भी हटा देगा जो वास्तविक उम्मीदवारों को नौकरी खोजने से वंचित करता है.