रांची:-
रांची झारखंड उच्च न्यायालय का गठन कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले और झारखंड स्टेट बार काउंसिल के पूर्व अध्यक्ष व वरीय अधिवक्ता प्रेम चंद्र त्रिपाठी का शनिवार सुबह देहांत हो गया। उनके निधन से झारखंड हाईकोर्ट के अधिवक्ताओं में शोक की लहर दौड़ गई है। वहीं झारखंड स्टेट बार काउंसिल के पूर्व अध्यक्ष अजीत कुमार ,एडवोकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष ऋतु कुमार ,महासचिव नवीन कुमार एवं कोषाध्यक्ष धीरज कुमार सहित कई अधिवक्ताओं और लोगों ने उनके निधन पर शोक जताया है।
बताया जाता है कि त्रिपाठी को हृदय संबंधित बीमारी से पीड़ित थे।
परिजनों के मुताबिक प्रेमचंद त्रिपाठी का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए उनके चटकपुर नामकुम स्थित आवास पर ले लाया जाएगा। उसके बाद शाम में उनकी अंतिम यात्रा नामकुम चटकपुर स्थित आवास से निकल कर स्वर्णरेखा घाघरा घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
बता दें कि 1932 में जन्मे वरिष्ठ अधिवक्ता प्रेमचंद त्रिपाठी 1964 में बिहार स्टेट बार काउंसिल में अधिवक्ता के रूप में अपना नामांकन कराया था। अपने छप्पन वर्षो के वकालत काल में कई महत्वपूर्ण मामलों में पैरवी की। इसके अलावा पटना उच्च न्यायालय के रांची बेंच के गठन के साथ साथ झारखण्ड उच्च न्यायालय के गठन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वालों में से एक थे।
शोक व्यक्त करते हुए अधिवक्ताओं ने कहा कि वे त्रिपाठी बहुत ही सहज और सरल अधिवक्ता थे। वे झारखण्ड स्टेट बार काउंसिल के सदस्य व अध्यक्ष के रूप में भी अधिवक्ताओं के सहयोग में हमेशा तैयार रहते थे। उनके निधन से अधिवक्ताओं ने एक अभिभावक की कमी खलेगी।
घाटशिला कमलेश सिंह