सिमरिया : प्रखंड क्षेत्र के चुनिडिह गांव में जंगली हाथियों के झूंठ ने बीते दो दिनों से सिमरिया प्रखंड के कसारी पंचायत स्थित चुनिडिह गांव में दस एकड़ में लगे धान के फसल को खाकर और रौंदकर नष्ट कर दिया। इस संबंध में पंचायत के मुखिया बालकिशुन तुरी ने सभी लाभुकों के साथ अंचल कार्यालय और वन विभाग में आवेदन देकर किसानों को क्षतिपूर्ति का मुआवजा भुगतान करने की मांग की है। किसानों का कहना है कि इस झुंड में लगभग बीस की संख्या मे हाथी है। जो पिछले दो दिनों से चुनिडिह गांव में डेरा जमाए हुए हैं ।ग्रामीणों के लाख प्रयास के बावजूद हाथियों को खदेड़ा नहीं जा सका है ।अगर वन विभाग समय रहते इन्हें नहीं भगाया तो गांव के ग्रामीणों के जानमाल की रक्षा नहीं हो पाएगी। किसानों ने बताया कि धान की फसल पूरी तरह से तैयार थी ।चंद दिनों में उसकी कटाई करने से पूर्व जंगली हाथियों ने उसे नेस्तनाबूद कर दिया। जिन किसानों के फसलों को नुकसान हुआ है उनमें सुभाष गंझू, महावीर गंझू, मोहम्मद हलीम, मोहम्मद साबिर, मोहम्मद मोईन, मोहम्मद नौशाद, महेश गंझू, पिंटू गंझू, मोहम्मद मुमताज, मोहम्मद इशाक ,लखन गंझू ,वीरेंद्र गंझू, किताबुन खातून ,सत्तार मियां, नयूम मियां ,कलीम मियां, कौलेश्वर गंझू, सहित बीस किसान शामिल है। जंगली हाथियों का झुंड प्रखंड में दोबारा दस्तक दिया है। इसके पूर्व यह झूंड मकई फसल के समय आया था ।जहां दर्जनों एकड़ में लगे मकई फसल को नष्ट कर दिया था। इस झुंड में बच्चे और बड़े हाथी दोनों हैं। जो खदेड़ने का प्रयास करने वाले व्यक्तियों के ऊपर हमला कर देते हैं। जिसके कारण ग्रामीणों में दहशत और भय का माहौल बना है ।पंचायत के मुखिया बालकिशुन तूरी ने सरकार से अभिलंब किसानों को हर्जाना देने की मांग की है ।ताकि उनके समक्ष भुखमरी की समस्या उत्पन्न ना हो।
बबलू खान की रिपोर्ट