Sat. Apr 20th, 2024

लॉकडाउन भारती की जिंदगी के लिए मनहूस रात बनकर आई video 👇 

Jamshedpur – लॉकडाउन भारती की जिंदगी के लिए वह मनहूस रात बनकर आई जो उसके जिंदगी को उजाड़ कर रख दी. पति रथों महाकुड़ की मृत्यु के बाद आज दो लाख के कर्ज में डूबी हुई है भारती पेंशन है न आवास है और न ही राशन कार्ड भारती के परिवार को रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है दूसरे के यहां काम कर परिवार की गाड़ी चलाने में असमर्थ हो रही है इस परिवार को पारिवारिक हित लाभ योजना का लाभ नहीं मिल पाया है.

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आपको बता दें कि भारती महाकुड़ का पति रथों महाकुड़ लॉकडाउन होते ही अपने कृषि उत्पादन बड़े पैमाने पर किया था लॉकडाउन के कारण अपना उत्पादन बेच नहीं पाया अपने फसल नहीं बेच पाने के कारण काफी तनाव में रह रहा था इस बीच 1 दिन ब्रेन हेमरेज के कारण गिर पड़ा और मृत्यु हो गई जिसके बाद यह परिवार आज पुरुष विहीन हो चुका है भारती के ससुर के मृत्यु को आज 3 साल हो चुके हैं ना सास को पेंशन मिल पाया ना ही भारती को कारण विधवा पेंशन के लिए बहुत सारे दस्तावेज बनाने की आवश्यकता है जिसमें भारती के पास इतने पैसे नहीं है कि वह अपने दस्तावेज तैयार कर सके घास फूस के मकान में रह करके अपना जिंदगी जी रही है. राशन कार्ड में नाम नहीं है सास पेटकी महाकुड़ के नाम पर राशन कार्ड है जिसमें तीन लोगों का ही नाम है. उसमें 2 लोगों की मृत्यु हो चुकी है इस कार्ड से सिर्फ अब अगले महीने से 5 किलो अनाज ही मिल पाएगा इस 5 किलो अनाज में 4 सदस्यीय परिवार कैसे चल पाएगा यह बहुत बड़ा भारती के लिए चिंता का विषय बना हुआ है भारती का परिवार आज मूलभूत सुविधाओं से कोसों दूर है ना आवास है ना परिवार में दोनों विधवाओं को पेंशन है और ना ही राशन कार्ड में नाम भी जुड़ पाया है इस परिवार के सामने सबसे बड़ी विकट समस्या यह है कि परिवार की गाड़ी चलाएं तो कैसे

रिपोर्ट – शिव शंकर साह

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