नई दिल्ली।
कृषि क्षेत्र से जुड़े विधेयकों के संसद में पास होने के बाद से इनके खिलाफ सबसे अधिक प्रदर्शन पंजाब और हरियाणा के किसान कर रहे हैं। लेकिन किसानों के इस आंदोलन को जिस तरह से पंजाब के गुरदासपुर से भाजपा सांसद सनी देओल ने अपना समर्थन नहीं दिया, उसके खिलाफ किसानों का गुस्सा फूट पड़ा है। किसानों ने सनी देओल के सामाजिक बहिष्कार का ऐलान किया है। दरअसल संसद में किसान बिलों के पास होने से सबसे अधिक पंजाब के ही किसान प्रभावित होंगे, लेकिन जिस तरह से किसानों को सनी देओल का समर्थन नहीं मिल रहा है, उसके बाद किसानों ने उनके बहिष्कार का ऐलान किया है। यही नहीं मनसा जिले में स्थित बुधलड़ा मंडी ने ऐलान किया है कि वह सनी देओल को यहीं नहीं आने देंगे।
पंजाब के किसानों का कहना है कि सनी देओल ने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था, उन्होंने पंजाबी समुदाय को धोखा दिया है, बावजूद इसके कि वह किसान के बेटे हैं। पंजाब के मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने सनी देओल की फिल्म के डॉयलॉग को दोहराते हुए कहा कि सनी देओल ने किसानों पर ढाई किलो का हाथ मारा है। वहीं सनी देओल ने इन बिलों का समर्थन करते हुए ट्वीट किया और कहा कि फसल उत्पादन के दौरान फसल पर किसान का मालिकाना हक बना रहेगा एवं फसल का बीमा कराया जाएगा तथा आवश्यकता होने पर किसान वित्तीय संस्थानों से ऋण भी ले सकेंगे। भारत सरकार ने इस बात को मान्यता दी है कि किसान बेहतर मूल्य पर अपने कृषि उत्पाद को अपनी पसंद के स्थान पर बेच सकता है जिससे संभावित खरीदारों की संख्या में बढ़ोतरी होगी।
बता दें कि देशभर में किसान इस कृषि विधेयकों का विरोध कर रहे हैं। सबसे ज्यादा विरोध हरियाणा और पंजाब में हो रहा है। इस बिल के विरोध में हरियाणा में किसान सड़कों पर उतर आए हैं। वहीं पंजाब में भी किसानों का प्रदर्शन उग्र हो गया है। भारतीय किसान यूनियन सहित 17 किसान व मजदूर संगठनों ने आज इसके विरोध में चक्का जाम का एलान किया है। वहीं किसानों के आंदोलन से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन चौकन्नी है। किसान आंदोलन के मद्देनजर हरियाणा में अलर्ट जारी किया गया है।