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लॉकडाउन में हेंसल के ग्रामीणों ने पर्यावरण रक्षा और वृक्षारोपण कर मिसाल कायम की । ठकरानी मंदिर के प्रांगण में लगाएं विभिन्न दुर्लभ प्रजाति के पेड़-video

ठाकुरानी मंदिर की तरह बाबा धावलेश्वर मैदान मे भी लगाये गए कई फलदार पेड़

राजनगर:राजनगर प्रखंड क्षेत्र के हेंसल स्थित बाबा धावलेश्वर मैदान में सेवानिवृत्त वन कर्मी निरंजन खंडायत एवं शंकर गोप के दिशा निर्देश पर ग्रामीणों ने श्रमदान कर 30 पेड़ लगाये।[embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=bzsyCV9pkg0[/embedyt]

मालूम हो कि हेंसल ग्राम धामिर्क अनुष्ठान के लिए प्रशिद्ध है।और यहां के काफी मेहनती और धार्मिक प्रवित्ति के लोग बसते है। जब देश मे महामारी के कारण लॉक डाउन हुई तब हेंसल के ग्रमीणो ने एक अच्छी पहल की ।चुकि लॉक डाउन में सभी काम धंदे बंद पड़े थे।उस वक़्त गाँव के सेवानिवृत्त वन कर्मी निरंजन खंडायत और हेंसल गांव के एक ग्रामीण शंकर गोप की सरहनीय सोच और कार्य ने एक मिसाल कायम कर दी।उन्होंने पर्यावरण रक्षा के साथ साथ लोगों को इसके प्रति जागरूक भी किया।जिसकी प्रशंसा क्षेत्र में हो रही है। वहीं ग्रमीणो ने ठाकुरानी मंदिर के अलावा विभिन्न स्थानों पर पेड़ लगाकर क्षेत्र को शोभा बढ़ाने के साथ साथ चारो ओर हरियाली और शुद्ध वातावरण प्रदान करने का काम किया है। हेंसल गांव के ग्रामीण पेड़ लगाने में काफी जागरूक है , जिससे क्षेत्र मे पेड़ लगाने के कारण तारीफ किया जा रहा है.उसी के तर्ज पर आज बाबा धावलेश्वर मैदान में भी विभिन्न दुर्लभ प्रजाति के 30 पेड़ लगाये ताकि लोगों को पेड़ों की छाया के साथ साथ फल खाने को भी मिल सके।ग्रमीणो ने हेंसल के बड़ा बांध(तलाब) के सामने भी तरह तरह के पेड़ लगाए है।

सेवानिवृत्त वन कर्मी निरंजन खंडायत ने बताया कि कोरोना के कारण लॉकडाउन में लोगों का किसी तरह काम नही रहने के कारण ग्रमीणो के द्वारा श्रमदान कर विभिन्न प्रकार के दुर्लभ प्रजाति के पेड़ लगाने का काम किया गया. उन्होंने बताया कि ठाकुरानी मंदिर में साल, अमरुद, चिरौंजी, भारताकी, मोहागिनी, आम, वेल, नारियल, अशोक के पेड़ समेत कई प्रकार के पेड़ लगाये गए है. इन दिनों ठाकुरानी मंदिर में पेड़ के मध्यम से शोभा बढ़ रहा है. आज भी विभिन्न प्रकार के दुर्लभ प्रजाति के पेड़ो को लगाने का काम किया जा रहा है.

श्रमदान कर वृक्षारोपण करने में विषेकर हेंसल गांव के ग्राम प्रधान अशोक गोप , निरंजन खंडायत, शंकर गोप,  विनोद ज्योतिषी, मनस साहु,मनबोध गोप, दिलीप खाडंगा, वांछानिधी साहु, श्यामल पटनायक, अश्विनी गोप, नीतेश पटनायक तथा सभी ग्रमीणो का काफी योगदान रहा है।

राजनगर से रविकांत गोप कि रिपोर्ट

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