जमशेदपुर:समाहरणालय सभागार, जमशेदपुर में कलउपायुक्त सूरज कुमार की अध्यक्षता में जिले में कोरोना संक्रमण रोकथाम को लेकर किये जा रहे प्रयासों के संबंध में समीक्षा बैठक हुई। बैठक में शहरी क्षेत्र के कंटेन्मेंट जोन तथा ग्रामीण क्षेत्रों के हॉट स्पॉट में चलाये जाने वाले कोविड-19 जांच अभियान को लेकर पदाधिकारियों व चिकित्सकों के साथ कार्ययोजना पर विमर्श किया गया तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। शहरी क्षेत्र के कंटेन्मेंट जोन व ग्रामीण क्षेत्र के हॉट स्पॉट में 40,000 जांच का लक्ष्य है जो कल से शुरू होगा। बैठक में वरीय पुलिस अधीक्षक डॉ एम.तमिल वणन तथा जिला के अन्य वरीय पदाधिकारी एवं चिकित्सक शामिल हुए। उपायुक्त ने कहा कि पिछले 6 महीनों में सभी ने कोरोना संक्रमण रोकथाम को लेकर काफी मेहनत की है, आवश्यक है कि कोविड-19 संक्रमण के पीक पॉइंट के मद्देनजर अभी हम ज्यादा सजग रहते हुए कर्तव्य निर्वहन करें ताकि जल्द से जल्द कोरोना संक्रमण पर रोकथाम लगाया जा सके।
उपायुक्त ने सघन कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग पर बल देते हुए 72 घण्टों में संदिग्ध कोरोना संक्रमितों को चिन्हित करते हुए उनका कोविड-19 जांच सुनिश्चित कराने को कहा। व्यापक जांच अभियान के दौरान 40 वर्ष के ऊपर तथा बीमार व्यक्तियों को चिन्हित करते हुए जांच कराने का निर्देश दिया गया। साथ ही होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों की सतत निगरानी का निर्देश दिया गया। उपायुक्त ने एसिम्प्टोमैटिक लोग जो छूटे हुए हैं उनका जांच कराएं साथ ही जिस क्षेत्र में संक्रमण ज्यादा है वहां टेस्टिंग का निर्देश दिया।
‘कोरोना संक्रमण के प्रसार के मद्देनजर अति आवश्यक हो तभी घर से बाहर निकलें’
उपायुक्त ने कहा कोरोना संक्रमण के प्रसार को देखते हुए यह आवश्यक है कि लोग अति आवश्यक हो तभी घरों से बाहर निकलें। यह समय बच्चों के साथ बाहर निकलकर पिकनिक मनाने का नहीं है। वहीं सड़क किनारे खड़े होकर स्ट्रीट फूड खाने वालों पर सख्ती का निर्देश दिया गया। उपायुक्त ने कहा कि ठेला-खोमचा संचालक भी पार्सल के लिए लोगों को प्रोत्साहित करें। जिलेवासियों का ईमानदारी पूर्वक सहयोग मिले तो बहुत जल्द पूर्वी सिंहभूम जिले में कोरोना संक्रमण पर रोकथाम लगाया जा सकेगा।
घनी बस्ती में रहने वाले लोग होम आइसोलेशन में ना रहें, बुनियादी चिकित्सीय उपकरण उपलब्ध होने पर ही होम आइसोलेशन की मिलेगी अनुमती
घनी आबादी की बस्ती में रहने वाले लोग होम आइसोलेशन में ना रहें, बस्तियों में लोग कॉमन बाथरूम का उपयोग करते हैं जिससे संक्रमण के प्रसार का खतरा ज्यादा रहता है। उपायुक्त ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि जिनके पास बुनियादी चिकित्सीय उपकरण यथा थर्मामीटर, ऑक्सिमीटर आदि उपलब्ध नहीं हो उन्हें होम आइसोलेशन की अनुमति नहीं दें। कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग में सहयोग नहीं करने वालों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया गया। होम आईसोलेशन में रह रहे लोगों का oxygen saturation 90 से कम होने पर तत्काल अस्पताल में भर्ती कराने का निर्देश दिया गया है।
डॉ ए के लाल को ट्रूनेट टेस्टिंग, डॉ साहिर पॉल को रैपिड टेस्ट तथा डॉ असद को आरटी-पीसीआर से जांच के संबंध में स्टॉक एवं जांच टीम के मैनेजमेंट का निर्देश दिया गया। बैठक में अपर जिला दंडाधिकारी(विधि व्यवस्था), तीनों नगर निकाय के विशेष/ कार्यपालक पदाधिकारी, सभी इंसिडेट कमांडर, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी/एमओआईसी जुड़े वहीं चिकित्सकों में सिविल सर्जन, जिला सर्विलांस पदाधिकारी, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी, टीएमएच के जी.एम, एमजीएम कॉलेज के प्राचार्य, IDSP प्रभारी, टाटा मोटर्स अस्पताल के चिकित्सक तथा अन्य उपस्थित थे।