झारखंड में कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, संक्रमण का कहर ऐसा है की आम इंसान तो कोरोना के चपेट में आ रहा है लेकिन कोरोना योद्धा भी संक्रमित होने लगे है. राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलो के प्रति राज्य सरकार गंभीर नहीं है, राज्य सरकार केवल ट्रांसफर पोस्टिंग में लगी है।
कोरोना को प्राथमिकता नहीं दे रही है राज्य सरकार
पूर्व विधायक सह बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल सारंगी ने राज्य सरकार पर कोरोना को रोकने में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. कुणाल ने कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है लेकिन राज्य सरकार इसे लेकर गंभीर नहीं दिख रही है. राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा की राज्य सरकार कोरोना को प्राथमिकता न देकर ट्रांसफर और पोस्टिंग को प्राथमिकता दे रही है।
ट्रांसफर से बढ़ेगा कोरोना का खतरा
कुणाल ने अपने बयान में कहा है की राज्य सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर ट्रांसफर और पोस्टिंग किए जा रहे है. इससे कोरोना का खतरा बढ़ सकता है. अधिकारियो के ट्रांसफर होने से जिन जिलों में कोरोना का संक्रमण कम है वहां के अधिकारी को ज्यादा संक्रमण वाले जिले में भेजना समझ से परे है. साथ ही अंतर राज्य गतिविधियों से भी कोरोना का संक्रमण बढ़ने का खतरा है. ऐसे में क्या मज़बूरी है जो सरकार ट्रांसफर कर रही है।
कोरोना योद्धाओं को दिया जाए सुविधाएँ
बीजेपी प्रवक्ता ने राज्य सरकार से मांग करते हुए कहा की कोरोना महामारी में फ्रंट लाइन कोरोना योद्धाओ के प्रति राज्य सरकार का रवैया उदासीन है. झारखंड पुलिस के बैरक में एक साथ झारखंड पुलिस के 50 जवान रहते है. लेकिन इसे लेकर राज्य सरकार गंभीर नहीं दिख रही है. राज्य की सरकार सिर्फ ट्रांसफर और पोसिटिंग में ध्यान केंद्रित किये हुए है.
आगे उन्होंने कहा की ट्रांसफर पोस्टिंग पर जल्द रोक लगे और जो योग्य अधिकारी है उन्हें ही चुनौती पूर्ण स्थिति से निपटने दिया जाए, कोरोना काल में अन्य लोगो को बड़ी जिम्मेदारी देना खतरे को आमंत्रण देने जैसा है।