पोटका प्रखंड अंतर्गत धीरोल पंचायत भवन में उपायुक्त पूर्वी सिंहभूम द्वारा अनुशंसित झारखंड आंदोलनकारियों का एक विशेष बैठक झारखंड आंदोलनकारी तपन कुमार दास की अध्यक्षता में आयोजित हुई। इस बैठक में पोटका प्रखंड के सभी झारखंड आंदोलनकारियों का पहचान, मान- सम्मान, एवं सम्मान राशि अभिलंब दिलाने के उद्देश्य से रविवार को धीरल पंचायत भवन में एक प्रखंड स्तरीय कार्यकारिणी समिति की गठन किया गया। समिति में मुख्य सलाहकार, अध्यक्ष, उपाध्याय, महासचिव ,सचिव, कोषाध्यक्ष एवं सदस्यों बनाया गया। समिति का मुख उद्देश्य है की झारखंड आंदोलन के दौरान जो लोग जेल में रहे उन्हें सरकार द्वारा सम्मान दिया गया और पेंशन भी दिया जा रहा है , मगर वैसे लोग जो कि झारखंड आंदोलनकारी रहे लेकिन जेल नहीं गए, उन्हें सम्मान नहीं मिल पाया। झारखंड आंदोलनकारी क्यों नहीं है, ऐसे 118 लोगों की सूची तैयार की है , जिन्होंने अपने जवानी झारखंड को अलग करवाने में लगाया आज उन्हीं सभी को ना सम्मान मिल रहा है और ना पेंशन। बैठक में आंदोलनकारी तपन कुमार दास ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारियों मैं सभी का आंदोलन, योगदान रहा है। इसीलिए सभी को मान- सम्मान मिलना चाहिए। आज पदाधिकारी किसानों की जमीन ऑनलाइन करने में बरसो लगा रहे हैं ,यह झारखंड आंदोलनकारियों बर्दाश्त नहीं करेंगे,। हम सब इसलिए झारखंड को अलग नहीं किए कि हमें आज भी शोषण का शिकार होना पड़े। आज हम लोग फिर से वही जोश के साथ आंदोलन करने के लिए तैयार है। बनाया गया समिति के मुख्य सलाहकार डॉक्टर फकीर चंद्र भगत, अध्यक्ष तपन कुमार दास, उपाध्यक्ष रंजीत बारीक, सुवल चंद्र भगत, शुक्र मणि सोरेन, महासचिव नंदलाल सरदार, सचिव लकी प्रिया हंसदा, प्रयाम भूषण प्रमाणिक, मंगल गोप, शिवचरण टू डू, कोषाध्यक्ष टीकाराम सोरेन, सदस्यों में शैलेंद्र भगत, सोनू कुमार कालिंदी, लखन माझी, सीताराम टू डू, हिमांशु भगत, कांतो सरदार, माधव मुर्मूं कार्तिक दास आदि रहे।