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श्री टाटानगर गौशाला के 102वें वार्षिक गोपाष्टमी समारोह-सह-अधिवेशन पर विशेष

!!वंदे गौमातरम!!

श्री टाटानगर गौशाला के 102वें वार्षिक गोपाष्टमी समारोह-सह-अधिवेशन पर विशेष :-

वर्ष-2021, मार्च से वर्तमान स्थिति तक कोरोना महामारी के दूसरे दौर के कारण सम्पूर्ण विश्वपटल काफी विषम परिस्थितियों से गुजर रहा है। इस आपदा काल मे गौशाला के समस्त पदाधिकारियों, कर्मचारियों एवं सहयोगकर्ताओ द्वारा दिये गए अपने-अपने योगदान के लिए उनका बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूँ।

श्री टाटानगर गौशाला कमिटी के पदाधिकारियों का सादर धन्यवाद, जिन्होंने मुझपर विश्वास कर संयोजक- सवामणी कार्यक्रम एवं सहसंयोजक- गौ सेवा स्मारिका, का पदभार दिया।

क्रमानुसार 10 सितंबर 2020, से सवामणी कार्यक्रम की शुरुआत की गई। जिसके अंतर्गत गौ माता के लिए गेहूं-दलिया का भोग गौ-आहार के रूप में तैयार किया जाता है। अब तक लगभग 500 गौभक्तों द्वारा सर्वदेवमयी गौ माता हेतु सवामणी करवाई जा चुकी है़। दिनांक 20 सितंबर – 06 अक्टूबर तक पितृपक्ष में 130 गौभक्तों ने अपने अपने पितरों के नाम पर सवमणी का आयोजन किया। ना केवल पितरों की स्मृति में बल्कि स्वयं अथवा परिवार के सदस्यों के जन्मदिन अथवा वैवाहिक-वर्षगाँठ इत्यादि मांगलिक अवसरों पर गाय के नाम पर अथवा दान के नाम पर सवामणी का आयोजन करवाया जा सकता है़। वर्तमान में एक सवामणी का खर्च मात्र 1500/- रुपए है़, जिसमें 40 किलो गेहूँ एवं 10 किलो गुड़ को मिलाकर दलिया तैयार किया जाता है़।

स्थानीय गौशाला में लगभग 1850 गौवंश वर्तमान में है। जिसमे करीब 1400 गौवंश अदुग्धवती, बूढ़ी, लाचार, अपंग एवम कसाईयो से बचाई हुई है। इनकी मोक्ष प्राप्ति तक सेवा-सुक्षुषा एवं मृत्यु पश्चात संस्कार, मोक्षधाम में किया जाता है।

कोरोना महामारी के दौरान समस्त दानदाताओं, पदाधिकारीर्यो, कर्मचारियों, सम्मानीय-सदस्यों एवं संयोजको द्वारा अर्थ-संग्रह हेतु प्रयासरत होकर गौशाला को अनवरत वर्तमान समय तक चला रहे है। सबो का बहूत-बहुत आभार एवम साधुवाद।

वर्ष-2021 गोपाष्टमी समारोह का आयोजन गुरुवार, 11 नवंबर को सुबह 10 बजे से जुगसलाई-गौशाला में गौमाता का पूजन, आरती और प्रसाद लगाया जाएगा, एवम पुण्यदायी आँवला-नवमी  शुक्रवार, 12 नवंबर को कालियाडीह-गौशाला में सुबह 10 बजे से रामभक्त श्री बजरंगबली जी महाराज का पूजन एवं भजन किया जाएगा। सभी गौभक्त समस्त कार्यक्रम में अवश्य उपस्थित होवे और गौमाता का आर्शीवाद प्राप्त करे एवं पुण्य के भागी बने।

सभी दानदाताओं, वित्तिदाताओ, गौ-दान दाताओ एवम गौशाला में अपनी प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से योगदान देनेवालो पर गौमाता की कृपा/आशीर्वाद हमेशा बनी रहे।

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