गिरिडीह
आज़ दिनांक 10 मार्च,2021 को गिरिडीह सदर प्रखंड के पहाड़पुर पंचायत भवन में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर देश की पहली महिला शिक्षिका क्रांति ज्योति सावित्री बाई फुले की 124 वीं पुण्य तिथि मनाई गई। ये कार्य क्रम एक्शन एड , पटना और अंबेडकर सामाजिक संस्थान, गिरिडीह द्वारा संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया था। विषय प्रवेश कराते हुए, संस्था सचिव, रामदेव विश्वबंधु ने कहा कि, सावित्री बाई फुले ने अपने मार्ग दर्शक पति महात्मा ज्योतिबा फूले की सहायता से गरीबों, बांचितो को जागरूक और शिक्षित करने का प्रयास किया। लड़कियों के लिए पहला स्कूल खोला। इसके बाद कई विद्यालय खोले गए। पाखंड, अंध विश्वास के खिलाफ संघर्ष किया। इसकी अध्यक्षता ललिया देवी ने की। शांति मुर्मू ने कहा कि महिलाएं आज़ भी पीछे है। अभी भी शिक्षा, सत्ता और संपति से दूर है। डायन, ओझा से लोग परेशान हैं। कंचन देवी, बुधनी कुमारी, शिलवंती किस्कू, सीमा हाड़ी ने भी बताया कि महिलाओं को सरकारी योजना से जोड़ना चाहिए। आगामी पंचायत चुनाव पर भी चर्चा किया गया। संस्था के साथी मनीष कुमार ने सावित्री बाई फुले के जीवनी पर प्रकाश डाला , और कहा कि सावित्री बाई फुले को जीवन में काफी प्रताड़ना सहना पड़ा। लोग उनके उपर कीचड़ और गोबर फेंक कर मनोबल तोड़ने की कोशिश करते थे। परंतु मनोबल नही टूटा। इस अवसर पर वजीर दास, सहदेव राणा, दिलीप कुमार, ममता देवी, आदि कई लोगों ने अपने विचार रखे।
गिरिडीह से डिम्पल की रिपोर्ट