घाटशिला:-मनरेगा याेजना में काम करने वाले मजदूरों को 3 माह मजदूरी नहीं मिलने के कारण मजदूर खुद काे ठगा महसूस कर रहे है। घाटशिला प्रखंड में मनरेगा से संचालित 8 साै याेजनाओं में कार्य करने वाले मनरेगा मजदूराें का 1 कराेड़ से ज्यादा की मजदूरी राशि गत दिसंबर 2020 से बकाया होने मजदूरों की आर्थिक स्थिति चरमरा गई है ।
विदित हो कि राज्य सरकार के द्वारा मजदूराें काे उनके गांव में ही राेजगार उपलब्ध कराने के दावे एवं आंकड़े गिनाए जा रहे हैं। मजदूराें का मजदूरी का भुगतान नहीं किया जा रहा है । मजदूरों ने अपनी लंबित मजदूरी राशि भुगतान की मांग राेजगार सेवकाें से कई बार किए जाने उन्हे आश्वासन दिया जाता है कि राज्य सरकार के खाते में अभी मनरेगा मजदूरी राशि भुगतान मद के फंड उपलब्ध नहीं है। जैसे ही राज्य सरकार काे फंड उपलब्ध हाेगा याेजनाओं में काम करने वाले मजदूराें काे उनके खाताे में लंबित मजदूरी राशि भेज दी जाएगी।
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घाटशिला प्रखंड के दामपाडा क्षेत्र के भादुआ पंचायत के युक्तिडीह में गांव के दाेलु सिंह के जमीन में जनवरी 2021 के पहले सप्ताह में 100 गुणा 100 और 10 फीट गहरा तालाब निर्माण कार्य मनरेगा याेजना से प्रारंभ हुआ था। तालाब निर्माण के मेट पूर्व मुखिया श्यामचंद मानकी ने गांव के मजदूराें काे इस कार्य में मजूदरी के लिए लगाया था। इस याेजना का निर्माण कार्य आधा से ज्यादा पूरा हाे चुका है। मजदूरी करने वाले मजदूर हाड़ीराम सिंह, लखन सिंह, चिंतामनी सिंह, बुद्धेश्वर सिंह, अंबिका सिंह, उदय सिंह, माेहन सिंह समेत अन्य मजदूराें ने बताया कि दाे माह से तालाब निर्माण कार्य में तालाब खुदाई का काम कर रहे हंै। लेकिन उन्हें एक फूटी काैड़ी तक नहीं मिली है। प्रत्येक मजदूराें का याेजना में काम का 20-50 हजार तक का मजदूरी राशि बकाया है।
घाटशिला कमलेश सिंह