धनबाद:कोयलांचल की धरती धनबाद से शनिवार सुबह एक दिल दहला देने वाली खबर आई। केंदुआ क्षेत्र में अचानक जहरीली गैस (Toxic Gas) के रिसाव से दो महिलाओं की मौत हो गई, जबकि कई लोग बीमार पड़ गए। इस घटना से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोग घरों से बाहर निकल आए और प्रशासन को तत्काल सूचना दी। घटना की गंभीरता को देखते हुए झारखंड के मुख्य सचिव ललिनंदन प्रसाद और राज्य के पुलिस महानिदेशक अजय कुमार सिंह तुरंत धनबाद पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया।
*कैसे हुआ हादसा* — चारों ओर फैल गई जहरीली गैस
सूत्रों के अनुसार, केंदुआ में बीसीसीएल (Bharat Coking Coal Limited) के पुराने कोल माइंस क्षेत्र में रात के समय अचानक जहरीली गैस का रिसाव हुआ। यह गैस धीरे-धीरे आसपास के आवासीय इलाके तक फैल गई। सुबह जब लोग नींद से जागे, तो कई लोगों ने सांस लेने में तकलीफ की शिकायत की। कुछ ही देर में दो महिलाओं की हालत गंभीर हो गई, जिन्हें स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
*इलाके में दहशत, स्वास्थ्य टीमों की तैनाती*
घटना के बाद इलाके में स्वास्थ्य विभाग की कई टीमें भेजी गईं। गैस के प्रभाव से कई लोगों को आंखों में जलन, उल्टी और सांस लेने में परेशानी की शिकायत हुई। जिला प्रशासन ने तुरंत आसपास के घरों को खाली कराने का आदेश दिया। धनबाद के उपायुक्त सुशांत घोड़बोले ने बताया कि “स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है, प्रभावित इलाके को सील कर जांच शुरू की गई है।”
*मुख्य सचिव और DGP ने किया निरीक्षण, दिए कड़े निर्देश*
घटना की गंभीरता को देखते हुए मुख्य सचिव ललिनंदन प्रसाद और DGP अजय कुमार सिंह धनबाद पहुंचे। दोनों अधिकारियों ने केंदुआ के प्रभावित इलाके का स्थलीय निरीक्षण किया और बीसीसीएल प्रबंधन एवं जिला प्रशासन को तुरंत रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि “ऐसी घटनाओं के लिए जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
*जांच टीम गठित,* बीसीसीएल से जवाब-तलब
राज्य सरकार ने इस घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। खनन विभाग, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की संयुक्त टीम को 48 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है। बीसीसीएल के अधिकारियों से गैस लीक की संभावित वजह और सुरक्षा मानकों की जानकारी मांगी गई है।
*स्थानीय लोगों में गुस्सा और डर*
केंदुआ और आसपास के इलाकों में रहने वाले लोग भयभीत हैं। कई लोगों ने कहा कि “यह क्षेत्र पहले से ही कोयले की आग और प्रदूषण से प्रभावित है, लेकिन अब जहरीली गैस ने स्थिति और बिगाड़ दी है।” स्थानीय संगठनों ने सरकार से स्थायी समाधान की मांग की है।
*मुख्यमंत्री* ने जताया दुख, सहायता का आश्वासन
घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मृतकों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और प्रभावित लोगों की हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव से कहा कि राहत कार्य में किसी तरह की ढिलाई नहीं होनी चाहिए और पीड़ितों को त्वरित मुआवजा दिया जाए।

