सिंहभूम चैम्बर के प्रतिनिधिमंडल ने अध्यक्ष विजय आनंद मूनका के नेतृत्व में झारखण्ड सरकार के मुख्य सचिव श्रीमती अलका तिवारी, भा.प्र.से. से रांची स्थित उनके कार्यालय में मुलाकात कर विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की। इस दौरान मुख्य सचिव का निम्नलिखित मुद्दों पर ध्यानाकृष्ट कराकर इनके जल्द समाधान का आग्रह किया।
अध्यक्ष विजय आनंद मूनका ने मुख्य सचिव का ध्यानाकृष्ट कराते हुये कहा कि *जमशेदपुर में एयरपोर्ट की अति आवश्यकता है।* जमशेदपुर को स्थापित हुये 100 वर्ष से अधिक हो चुके हैं। जिसे देश के प्रतिष्ठित शहर स्टील सिटी के नाम से भी जाना जाता है और झारखण्ड राज्य की आर्थिक राजधानी के साथ औद्योगिक नगरी भी कहलाती है। लेकिन फिर भी आज इसका समग्र विकास नहीं हो पाया है। इसके नहीं होने से नये निवेशक झारखण्ड नहीं आ रहे हैं। एयरपोर्ट के नहीं होने के कारण यहां के जनमानस को और भी कई समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। इसलिये जमशेदपुर में एयरपोर्ट में आ रही निर्माण की बाधाओं को दूर कर इसका निर्माण कार्य को आगे बढ़ाया जाय। इसके लिये अलावे
*टाटा कमांड एरिया में रजिस्ट्री के संबंध में* कहा कि विगत कुछ वर्षों से जमशेदपुर स्थित टाटा कमांड एरिया के अंतर्गत दुकान/मकान/जमीन/फ्लैट्स का रजिस्ट्रेशन (निबंधन) विगत कुछ वर्षों से बंद है। इससे एक ओर यहां के लोग बहु कीमती संपत्ति खरीदने में हिचक रहे हैं और निर्माण के बहुत सारे कार्य धीमी गति से चल रहे हैं। इससे राज्य सरकार को राजस्व की काफी हानि हो रही है तथा जमशेदपुर का विकास भी अपेक्षाकृत धीमी गति से चल रहा है। इसलिये जल्द से जल्द शुरू करवाया जाय।
उपाध्यक्ष पुनीत कांवटिया ने मुख्य सचिव के समक्ष *जमशेदपुर की जमीनों एवं मकानों का सर्वे कराने का मुद्दा* उठाते हुये कहा कि जमशेदपुर शहर के (गैर टाटा कमांड एरिया) मानगो, जुगसलाई, आदि स्थानों में पिछले 100 वर्षों से लोग अपने परिवार के साथ दो-तीन पीढ़ियों से निवास कर रहे हैं। लेकिन मानगो, जुगसलाई सहित जमशेदपुर के कई स्थानों में अभी भी अधिकांश भूखंड में खतियान अनाबाद बिहार में पंजीकृत (दर्शाया गया) है। विगत तकरीबन 40-45 वर्षों से कोई सर्वे नहीं करवाया गया है। इन जमीनों और भूखंडों के खतियान अनाबाद बिहार में पंजीकृत होने के कारण भूस्वामी मकान होने के बाद भी लोग सरकारी रिकॉर्ड में मकान के मालिक नहीं हैं। मकान होने के बावजूद भी वे ना तो मकान की खरीद-बिक्री कर सकते हैं और ना ही बैंक से ऋण ले सकते हैं। और ना रही उसका पुनः निर्माण कर सकत हैं। इसलिये इन क्षेत्रों में सर्वे जल्द सर्वे कराकर जमीन मालिकों को सत्यापित किया जाना चाहिए।
*चाकुलिया में हाथियों का आतंक* – पिछले एक-दो वर्षों से घाटशिला अनुमंडल के चाकुलिया प्रखंड क्षेत्र में घुसकर हाथियों द्वारा उत्पात/उपद्रव मचाया जा रहा है। हाथियों के यहां आकर उत्पात मचाने से यहां के औद्योगिक प्रतिष्ठानों में कार्यरत मजदूरों, सुरक्षा प्रहरियों के साथ ही यहां के ग्रामीणों में भी भय का माहौल व्याप्त है तथा वे डरे-सहमें हुये हैं। इससे कईयों की जान भी जा चुकी है। इसलिये इसका जल्द से जल्द समाधान किया जाना चाहिए।
उपाध्यक्ष अधिवक्ता राजीव अग्रवाल ने मुख्य सचिव अलका तिवारी के समक्ष *जमशेदपुर डिविजन में वाणिज्यकर विभाग अपील एवं प्रशासनिक विभाग में एडिनशनल कमिश्नर की पोस्टिंग नहीं होने* का मुद्दा उठाया तथा उनका ध्यानाकृष्ट कराते हुये कहा कि *कोल्हान के जमशेदपुर सर्किल को छोड़कर किसी भी सर्किल चाईबासा, अर्बन, आदित्यपुर एवं सिंहभूम में ज्वाइंट कमिश्नर की पोस्टिंग भी नहीं हुई है।* इसके कारण्पा बहुत सारे काम पेंडिंग पड़े हुये है और इससे व्यवसायियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसलिये इसपर त्वरित कदम उठाते हुये इनकी त्वरित पोस्टिंग की जानी चाहिए।
मुख्य सचिव श्रीमती अलका तिवारी, भा.प्र.से. ने प्रतिनिधिमंडल की बातों को ध्यानपूर्वक सुना तथा इसके जल्द समाधान हेतु आश्वासन दिया ।