रांची: झारखंड की राजधानी रांची में एक बार फिर अपराधियों ने दिनदहाड़े गोलीबारी कर दहशत फैला दी। बुधवार को कांके थाना क्षेत्र में अज्ञात अपराधियों ने पूर्व जिला परिषद सदस्य और भाजपा नेता अनिल टाइगर की गोली मारकर हत्या कर दी। यह घटना कांके थाना के ठीक सामने, कांके चौक के पास हुई, जहां अपराधियों ने उनके सिर में कनपटी सटाकर गोली मार दी और मौके से फरार हो गए।
घटना का पूरा विवरण
मिली जानकारी के अनुसार, भाजपा रांची जिला ग्रामीण के महामंत्री अनिल टाइगर कांके चौक स्थित ठाकुर होटल के पास बैठे थे। तभी बाइक पर सवार दो अपराधी वहां पहुंचे और एक ने बिल्कुल नजदीक से उनके सिर में गोली मार दी। गोली लगते ही अनिल टाइगर मौके पर गिर पड़े और आसपास अफरा-तफरी मच गई।
स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। कांके थाना की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुलिस जांच में जुटी, लेकिन सुराग नहीं
हत्या की खबर फैलते ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और जांच शुरू की। पुलिस ने स्थानीय लोगों से पूछताछ की, लेकिन कोई भी घटना के बारे में बोलने को तैयार नहीं हुआ। आसपास लगे CCTV कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है, ताकि अपराधियों की पहचान हो सके।
झारखंड में बढ़ते अपराध पर सवाल
यह घटना तब हुई, जब पुलिस मुख्यालय में राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर एक उच्चस्तरीय बैठक चल रही थी। इस हत्या ने झारखंड में बढ़ते अपराध और बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
भाजपा नेताओं में आक्रोश, प्रशासन से जवाब की मांग
भाजपा नेताओं ने इस हत्या को लेकर कड़ी नाराजगी जताई है और दोषियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है। पार्टी ने राज्य सरकार से राजधानी रांची समेत पूरे झारखंड में कानून-व्यवस्था सुधारने के लिए कड़े कदम उठाने की मांग की है।
अब तक क्या हुआ?
अनिल टाइगर की हत्या के पीछे कारणों का पता नहीं चल सका है।
पुलिस टीम जांच में जुटी हुई है और सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।
भाजपा कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों में घटना को लेकर गुस्सा और डर है।
राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन पर कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
अगले कदम
पुलिस इस हत्या को टार्गेट किलिंग मानकर जांच कर रही है। अपराधियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) बनाई जा सकती है।
यह हत्या राजधानी रांची में बढ़ते अपराधों का एक और उदाहरण है, जिसने न केवल राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है, बल्कि आम लोगों में भी डर का माहौल बना दिया है।