इस सत्र में तैराकी, दौड़ और साइक्लिंग के लिए संरचित अभ्यास पर गहन जानकारी दी गई। साथ ही, पोषण और जलयोजन पर जोर देते हुए मैराथन और ट्रायथलॉन के लिए तैयार हो रहे एथलीट्स को मजबूत आधार प्रदान किया गया।
सत्र का इंटरएक्टिव फॉर्मेट, जिसमें प्रतिभागियों के सवालों के जवाब दिए गए, ने अनुभव को और समृद्ध बना दिया। इससे अवधारणाएं अधिक व्यावहारिक और लागू करने योग्य बन गईं। प्रतिभागी प्रेरित होकर और अपने प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए नई रणनीतियों के साथ लौटे।
ऐसे सत्र स्थानीय एथलीट्स को प्रेरित और शिक्षित करने में बेहद मूल्यवान हैं, जो सहनशक्ति वाले खेलों में अनुशासन और दीर्घकालिक विकास की संस्कृति को प्रोत्साहित करते हैं।