जमशेदपुर: जमशेदपुर और देवघर के पूर्व पुलिस अधीक्षक (एसपी) सुभाष चंद्र जाट के दादा जी श्री रमेश्वर रुण्डला का शुक्रवार सुबह राजस्थान की राजधानी जयपुर में निधन हो गया। 93 वर्ष की आयु में उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन से परिवार और समाज में शोक की लहर दौड़ गई है।
स्वर्गीय श्री रमेश्वर रुण्डला अपने जीवनकाल में अपने परिवार को नैतिक मूल्यों और परंपराओं से जोड़े रखने के लिए जाने जाते थे। उनके व्यक्तित्व और सामाजिक योगदान ने उन्हें एक सम्मानित और प्रिय व्यक्तित्व के रूप में प्रतिष्ठित किया।
परिवार ने दी जानकारी
परिवार के सदस्यों के अनुसार, श्री रुण्डला ने जयपुर स्थित अपने निवास पर अंतिम सांस ली। लंबे समय से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे। उनके निधन की खबर से परिवार में गहरा शोक व्याप्त है। अंतिम संस्कार उनके पैतृक स्थान पर किया जाएगा, जिसमें परिवार, रिश्तेदार और समाज के कई लोग शामिल होंगे।
भरा-पूरा परिवार छोड़ गए पीछे
श्री रुण्डला अपने पीछे एक भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं। उनके बेटे-बेटियों और नाती-पोतों ने बताया कि उनके आदर्श और शिक्षाएं हमेशा परिवार को सही दिशा में प्रेरित करती रहेंगी। उनका जाना परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है।
सुभाष चंद्र जाट का शोक संदेश
सुभाष चंद्र जाट ने अपने दादा जी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा, “वे हमारे परिवार के आधार स्तंभ थे। उनके आदर्श और विचार हमें जीवनभर प्रेरित करते रहेंगे। उनका जाना हमारे लिए एक बड़ी क्षति है, जिसे कभी पूरा नहीं किया जा सकता।”
समाज ने दी श्रद्धांजलि
स्थानीय निवासियों और परिचितों ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने श्री रुण्डला के व्यक्तित्व, उनकी ईमानदारी और सादगी की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे समाज के लिए एक प्रेरणास्रोत थे। संयम, धैर्य और दूसरों के प्रति स्नेह उनके व्यक्तित्व की विशेषताएं थीं।
परिवार ने सभी शुभचिंतकों और परिचितों से निवेदन किया है कि वे स्वर्गीय श्री रमेश्वर रुण्डला को श्रद्धांजलि देने के लिए अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में शामिल हों। समाज ने एक ऐसे व्यक्ति को खो दिया है, जिन्होंने सादगी, सेवा और नैतिकता के आदर्शों पर आधारित जीवन जिया।