मझगांव: 5 वर्षों के बाद झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 का एलान होते ही सभी राजनीतिक दल तैयारियां में लगे हुए है, नामांकन प्रक्रिया के बाद सभी दल अपने अपने प्रचार प्रसार में लगे है। वर्तमान झामुमो (इंडिया गठबंधन) की सरकार रही, 5 साल दावे भी किये लेकिन हकीकत कुछ और देखने को मिल रहा है। जहां देखा जा सकता है कि झामुमो के प्रत्याशी हो या भाजपा के प्रत्याशी दोनों में कांटे की टक्कर है। झामुमो के प्रत्याशी निरल पूर्ति ने भी अपने जनसंपर्क अभियान को ले कर हर गांव प्रखंड में जा रहे हैं, जहां निरल पूर्ति अपने पक्ष में वोट करने को अपील कर रहे है। मंगलवार को देखा गया कि भाजपा के प्रचार वाहन को झामुमो कार्यकर्ता द्वारा चेकनाका बनाकर रोका गया है। इसकी खबर भाजपा प्रत्याशी बड़कुँवर गागराई को मिलते ही उन्होंने बताया कि भाजपा पार्टी द्वारा जनकल्याण के मुद्दे से घबराकर झामुमो के कार्यकर्ता अपने बच्चों के संग गाँव में चेकनाका बनाकर रोकने का कार्य कर रहे। कांग्रेस झामुमो हर चुनाव में बात संविधान की करती है, लेकिन संविधान के नियम को ताक पर रखकर अन्य दलों को रोककर भय का माहौल बनाकर फिर से सत्ता पाना चाहती है। श्री गागराई ने कहा कि झामुमो नेता 10 वर्षों के हिसाब न देने के डर से चुनाव प्रचार वाहन रोकने का काम कर रही है। मझगांव की जनता सब हकीकत जान चुकी है। झामुमो के कार्यकर्ता झूठ, अफवाह फैलाकर आदिवासियों की जमीन हड़पने का षड्यंत्र कर रहे है, 293 एकड़ भूमि बड़ा लगड़ा और नीलचक्रपदा ग्राम के अंतर्गत हिन्डाल्को इंडस्ट्रीज को दिया है मानकी मुंडा व ग्रामीणों को पौधे रोपण के नाम पर झूठ बोलकर खनन कंपनी को देने का काम किया है मंझगांव में पेड़ पौधे की कमी नही कमी है जल की कमी है एक अच्छे अस्पताल की , कमी है शिक्षा की जोकि झामुमो और कांग्रेस आदिवासियों को शिक्षित होते नही देखना चाहती ।
भाजपा की सरकार बनते ही सरना धर्म कोड और हो भाषा को 8वीं अनुसूची में लाने का काम करेंगे ताकि क्षेत्र के बच्चे अपने भाषा से ही उच्च शिक्षा प्राप्त करे ।