जमशेदपुर: जमशेदपुर व देवघर ज़िलों के एसपी रह चुके सुभाष चंद्र जाट के पिता मंशा राम रूण्डला बुधवार को राजस्थान सेवा के लेखाधिकारी पद से रिटायर हुए,सरकारी विभागों में कर्मचारियों के लिए रिटायरमेंट एक सामन्य प्रोसेस है. मगर, कुछ कर्मचारी ऐसे भी होते हैं जो विभाग के कामों के अलावा अपने व्यवहार के चलते इतने मजबूत होते हैं कि जब वो वहां से विदा होते हैं तो सभी कर्मचारी भावुक हो जाते हैं. बुधवार की देर रात ऐसी ही एक ख़बर राजस्थान के चूरु ज़िले से आयी.सूबे के एक कार्यालय में मंशा राम रूण्डला के रिटायरमेंट के मौके पर आयोजित विदाई समारोह में ये सब देखने को मिला.दरअसल, राजस्थान के जयपुर में बतौर लेखाधिकारी के पद पर मंशा राम रूण्डला सेवारत हैं.वे पिछले 36 साल से राजस्थान सरकार में अपनी सेवाएं दे रहे थे. जहां बुधवार को कर्मचारियों कि ओर से उनके सेवानिवृत्ति पर विदाई कार्यक्रम आयोजित किया गया.
विदाई समारोह में लोगों की आखों में उमड़े आंसू लोगों ने कहा ईमानदारी की मिशाल हैं, श्री रूण्डला
ईमानदारी सबसे बड़ा गुण है. आज के युग में लोग भले ही ईमानदार व्यक्ति का मजाक उड़ाते हों,उनके बारे में कई कहानियाँ गढ़ते हों लेकिन असल बात ये है कि ईमानदारी का ईनाम बेईमानी से कमाये पैसों से कहीं ज्यादा और सुखद होता है.श्री रूण्डला के द्वारा कही गई ये बातें आज भी यहाँ के कर्मचारी पालन करते हैं.इस मौके पर जनसैलाब की आंखों में आंसू उमड़ पड़े. इतना ही नहीं कार्यालय में मौजूद युवा और बुजुर्ग भी अपने आंसू रोक नहीं पाए.