मौसम गुप्ता
दुमका ज़िले के रामपुरहाट राष्ट्रीय उच्च पथ पर शिकारीपाड़ा महाविद्यालय के निकट बुधवार को अंचलाधिकारी कपिल देव ठाकुर के साथ ज़िले के खान निरीक्षक परमदेव यादव एवं गौरव सिंह ने संयुक्त रूप से पत्थर चिप्स परिवहन कर रहे लगभग एक दर्जन वाहनों की जांच की| इस दौरान पदाधिकारियों को क्षमता से अधिक तथा बगैर चालान का परिवहन करते हुए एक भी वाहन हाथ नहीं लगा।इसी दरमियाँ एक हाईवा का चालक यह कहते हुए सुना गया कि सर यह गाड़ी कंपनी की है, चालक के बताने के बाद अधिकारियों द्वारा उसके किसी भी कागजात की जांच तथा क्षमता की जांच नहीं की गई। सभी पदाधिकारी लगभग 2 घंटे तक शिकारीपाड़ा महाविद्यालय के निकट ही जांच करते रहे, जिसके कारण चाय पानी गांव से लेकर जबरदाहा मोड़ तक वाहनों की लाइन लग गयी| सभी वाहन चालक रुक कर पदाधिकारी के जाने की प्रतीक्षा करने लगे। जांच के दौरान पदाधिकारियों के सामने से एक बालू लदा ट्रैक्टर गुजरा, लेकिन पदाधिकारियों ने उसे अनदेखा कर दिया। दरअसल देश में दस जून से पंद्रह अक्टूबर तक एनजीटी के द्वारा अवैध खनन प्रतिबंधित है| नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देशानुसार इस दौरान बालू के उठाव पर पूर्णत प्रतिबंध लगाया गया है, परन्तु शिकारीपाड़ा में इसका अनुपालन नहीं हो रहा है, क्योंकि वाहन जांच के दौरान बालू लदा ट्रैक्टर आराम से पार हो गया, किसी ने इसकी जांच करना जरूरी नहीं समझा|
देखिए उपायुक्त महोदय,वाहन जांच के दौरान पदाधिकारियों के सामने से गुजर गया बालू लदा ट्रैक्टर,नहीं हुई कार्रवाई
