पोटका प्रखंड अंतर्गत हाता स्थित बिरसा चौक में आदिवासी भूमिज समाज झारखंड की ओर से केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार से खिलाफ नारेबाजी करते हुए 3 सूत्रीय मांगों, जैसे कि भूमिज भाषा को झारखंड सरकार के विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं नियमवली 2023 में सम्मिलित करने के लिए, एक समान नागरिक संहिता केंद्र सरकार के प्रस्तावित कानून के विरोध में, मणिपुर राज्य में हुए मानव शर्माशार हिंसा के विरोध में एक दिवसीय जोरदार धरना प्रदर्शन किया गया। धरना प्रदर्शन में पोटका, घाटशिला, डुमरिया, पटमदा, जमशेदपुर, राजनगर, चांडिल, गम्हरिया, सरायकेला क्षेत्रों से आदिवासी भूमिज- समाज की ओर से काफी संख्या में पारंपरिक हथियार से लेस महिला एवं पुरुष धरना प्रदर्शन में उपस्थित हुए थे। समाज के सिद्धेश्वर सरदार ने कहा की सरकार के द्वारा हमारा भूमिज– भाषा को 2023 के नियोजन नीति से विलुप्त कर दिया गया है यहां नहीं होना चाहिए, हमारे मांग है कि हमारे भूमिज भाषा को नियोजन नीति में शामिल किया जाए नहीं तो आगे भी धरना प्रदर्शन किया जाएगा । मौके पर
मुख्य रूप से सिद्धेश्वर सरदार, हरीश भूमिज, कुमार चंद्र माडीॅ, जयपाल सिंह सरदार, सुदर्शन भूमिज, शत्रुघ्न सरदार, मानिक सरदार, सोनाराम भूमिज, अर्जुन सरदार, लखींद्र सरदार, जयंती सरदार, गौरी सरदार, मुकेश सरदार, कार्तिक सरदार, सुनीता सरदार, वन्माली सरदार, गुड़ु सरदार, बबीता सरदार, आदि उपस्थित रहे