सिंहभूम चैम्बर नें की राज्य सरकार से माँग
विद्युत शुल्क वृद्धि की तर्ज़ पर हो पहले जनसुनवाई
जमशेदपुर–सिंहभूम चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के सचिव (ट्रेड एंड कॉमर्स)अनिल मोदी ने जिला प्रशासन द्वारा सैरात बाजार भाड़ा वृद्धि स्थगन के आदेश का स्वागत करते हुए कहा है कि इसी तर्ज पर अब होल्डिंग टैक्स बढ़ोतरी पर भी पुनर्विचार कर इसे वापिस लेना चहिये।उन्होंने कहा कि किसी भी विषय पर टैक्स वृद्धि के पहले सभी प्रक्रियाओं का पालन किया जाना जरूरी होना चहिये।जिस वर्ग के ऊपर टैक्स का बोझ लगने जा रहा है उस वर्ग को विश्वास में लेकर ही टैक्स वृद्धि की जानी चहिये ताकि प्रभावित वर्ग को भी वृद्धि तार्किक ओर व्यवहारिक लगे।उन्होंने कहा कि जिस प्रकार विद्युत दरों में शुल्क वृद्धि के पहले जनसुनवाई होती है वैसी ही प्रक्रिया अन्य सेवाओं की शुल्क वृद्धि में अपनाई जाएगी तो ज्यादा प्रासंगिक और पारदर्शी होगा।उन्होनें कहा कि लेकिन सरकार ने एकतरफा फैसला लेते हुए होल्डिंग शुल्क को सर्किल रेट से जोड़ दिया है, इससे होल्डिंग टैक्स में बेतहाशा वृद्धि हो गई है।सर्किल रेट ऊंचा होने के कारण होल्डिंग टैक्स में 3 गुना से लेकर 10 गुना तक कि वृद्धि हो गई है।जबकि सर्किल रेट ओर होल्डिंग टैक्स का पैमाना अलग अलग है,इसलिए इन दोनों को तुलनात्मक जोड़ना अव्यवहारिक है।उन्होनें कहा कि इसलिए इस टैक्स वृद्धि का राज्य के हर कोने में विरोध हो रहा है।उन्होनें कहा कि जिस प्रकार जिला प्रशासन ने जनहित को ध्यान में रखते हुए सैरात बाजार भाड़ा वृद्धि को वापिस लिया उसी तर्ज पर राज्य सरकार को भी जनहित की भावना को दृष्टिगत रख होल्डिंग टैक्स बढ़ोतरी को वापिस लेना चहिए।