,आज जमशेदपुर साकची बंगाल क्लब में प्रतीक संघर्ष फाउंडेशन ने दो महत्वपूर्ण सामाजिक कार्यों को ” बंगाल क्लब के शताब्दी समारोह ” के नाम समर्पित किया.सबसे पहले विगत एक वर्षों से आदित्यपुर निवासी 10 वर्षीय मोनी कुमारी, अपने श्रवन शक्ति के लिए काफी परेशान थी. ना तो सुन पाती थी, ना ही बोल पाती है. प्रतीक संघर्ष फाउंडेशन के कर्मठ योद्धा सह जिला परिषद सदस्य बोड़ाम स्वपन कुमार महतो जी के आग्रह पर, त्वरित कार्रवाई करते हुए आज इस नन्ही बच्ची मोनी कुमारी को ₹25000/- की लागत से अत्याधुनिक श्रवण मशीन के साथ-साथ बांग्ला नववर्ष पर नए वस्त्र, पुष्प गुच्छ,एवं मिठाइयां ” बंगाल क्लब के शताब्दी समारोह ” के मंच पर तमाम अतिथियों के गरिमामय उपस्थिति में प्रदान किया गया. यह श्रवन मशीन मिल जाने से इस बच्ची के जीवन में एक नई खुशियां लौट कर आया.जिससे वह पूर्णतया सुन तो पाएंगी ही, डॉक्टर के सलाह मशवरा एवं परिवार के सदस्यों के प्रयास से धीरे धीरे बोल भी पाएंगी. इसी के साथ दूसरा महत्वपूर्ण कार्य रहा प्रतीक संघर्ष फाउंडेशन के मार्गदर्शक जाने-माने समाजसेवी अमिताभ चटर्जी जी ने जमशेदपुर ब्लड बैंक के आह्वान पर 7 बा सिंगल डोनर प्लेटलेट्स यानी एस.डी.पी. रक्तदान करते हुए अपना 47 बा स्वैच्छिक एवं सुरक्षित रक्तदान के आंकड़े को भी पूर्ण कर लिया.और इसी के साथ-साथ प्रतीक संघर्ष फाउंडेशन का एसडीपी रक्तदान के क्षेत्र में ” 246 वा ” रक्तदान का आंकड़ा भी पूर्ण हो गया. इस मौके पर साकची बंगाल क्लब के अध्यक्ष तापस मित्रा, सचिव देवाशीष नाहा,सौम्या सेन,अचिंतम गुप्ता,आल्पना भट्टाचार्य,प्रतीक संघर्ष फाउंडेशन के चेयरमैन पुलक कुमार सेनगुप्ता,एस.चौधरी, निर्देशक अरिजीत सरकार,दीपक मित्रा, प्रसेनजीत सरकार, कुमारेस हाजरा,एवं विजोन सरकार. उपस्थित रहे