,जहां पूरा जमशेदपुर शहर नवरात्रि, रामनवमी,एवं माह ए रमजान यानी रमादान के महीने में सभी रोजेदार काफी हर्षोल्लास वातावरण में व्यस्त है.कोई सभी के मंगल कामना हेतु प्रार्थना,तो कोई इबादत कर रहा है.इसी के बीच प्रतीक संघर्ष फाउंडेशन के योद्धा अस्पताल में इलाजरत जरूरतमंदों के लिए निरंतर निभा रहा है मानव धर्म. क्योंकि यही एक सबसे बड़ी सेवा है,.आज ऐसे ही एक मिसाल पेश किया है प्रतीक संघर्ष फाउंडेशन के कर्मठ योद्धा धीप्रम चंदा. जमशेदपुर ब्लड बैंक के आह्वान पर रात में जमशेदपुर ब्लड बैंक पहुंचकर अपना पहला सिंगल डोनर प्लेटलेट्स रक्तदान करते हुए जहां प्रतीक संघर्ष फाउंडेशन के ” 245 वा एसडीपी रक्तदान ” के आंकड़े को पूर्ण किया.वहीं साथ ही साथ अपना 13 बां स्वैच्छिक एवं सुरक्षित रक्तदान के आंकड़े को भी पूर्ण कर लिया.आज एक मां भी गर्व महसूस करता होगा कि उन्होंने अपने कोख से ऐसे सुपुत्र को जन्म दिया,जो निरंतर समाज के लिए समर्पित है.सबसे पहले ऐसे माता पिता को नमन करते हुए धीप्रम चंदा के जज्बे को सलाम कर,उन्हें तहे दिल से हार्दिक शुभकामनाओं के साथ बधाई देते हैं.इस अवसर पर जमशेदपुर ब्लड बैंक के जी.एम- संजय चौधरी, डॉ रीता सिंह, तकनीशियन अनूप श्रीवास्तव, प्रतीक संघर्ष फाउंडेशन के निर्देशक अरिजीत सरकार, किशोर साहू एवं रंजन प्रसाद. उपस्थित होकर रक्तदान के पश्चात जमशेदपुर ब्लड बैंक एवं प्रतीक संघर्ष फाउंडेशन की ओर से प्रशस्ति पत्र के साथ प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया.