जमशेदपुर। स्वास्थ्य एवं आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता द्वारा झारखंड सरकार भौतिक चिकित्सा परिषद अधिनियम, 2020 के माध्यम से फिजियोथेरेपी संबंधी चिकित्सा को व्यवस्थित करने हेतु राज्य में 12 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। जिसमें पूर्वी सिंहभूम जिला से एक मात्र सदस्य उषा सिंह (सचिव, लावण्या गृहनिर्माण स्वावलंबी सहकारी समिति) को बनाया गया हैं। यह जानकारी उषा सिंह ने मंगलवार को प्रेस विज्ञाप्ति जारी कर दी। उन्होंने मंत्री बन्ना गुप्ता तथा राज्य सरकार का आभार व्यक्त किया। उषा के अनुसार राजनीति से जुड़े रहकर समाज सेवा के क्षेत्र में उनके लंबे अनुभव को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री द्वारा सदस्य के रूप में नामित किया गया है। उन्होंने इस जिम्मेदारी को ईमानदारी पूर्वक जनहित में निर्वाह करने का विश्वास दिलाया। कहा कि फिजियोथेरेपी की चिकित्सा को जनसुलभ बनाने का हर सम्भव प्रयास किया जायेगा। क्योंकि आज के तनावपूर्ण और भागदौड़ से भरे जीवन मे स्वास्थ्य संबंधी कई ऐसी समस्याएं बढ़ी हैं, जिनके समाधान में फिजियोथेरेपी का विशेष महत्व है। ऐसे में बड़ी संख्या में गैर प्रशिक्षित फ़िज़ियोथेरेपिस्ट भी लोगों का इलाज कर रहे हैं, जिससे फायदे के बजाय नुकसान संभव है। बिना निबंधन के कोई भी फिजियोथेरेपिस्ट प्रैक्टिस करेगा तो सख्ती के साथ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। मालूम हो कि उषा सिंह कांग्रेस प्रदेश महासचिव, अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संघ की राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष एवं ब्रांड एंबेसडर भारत आईएचआरए के पद पर रहते हुए राजनीतिक एवं सामाजिक कार्य कर रही हैं।