*कार्रवाई का नाम सुनते ही बेहोश हुई डीईओ,हॉस्पिटल में भर्ती*
लातेहार संवाददाता राहुल पांडे की रिपोर्ट
:- गलत अनुकंपा के आधार पर नौकरी देने के मामले में हो रही थी बैठक
:- दोनो एचएम को किया गया निलंबित, दोनों युवकों के विरुद्ध एफआईआर के निर्देश
:- प्रतुल लाल के ट्वीट के बाद हरकत में आया था विभाग
लातेहार संवाददाता। लातेहार में अजीबोगरीब स्थिति उस समय उत्पन्न हो गई जब नियम के विपरीत अनुकंपा के आधार पर हुई दो लोगों की नौकरी के संबंध में स्थापना समिति की आपातकालीन बैठक डीसी की अध्यक्षता में हो ही रही थी कि अचानक कार्रवाई का नाम सुनते ही डीईओ सह डीएसई बेहोश हो गयी। आनन-फानन में उन्हें लातेहार सदर हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया जहां डॉक्टरों की देखरेख में उनका उपचार किया जा रहा है डॉक्टरों की माने तो उनका बीपी हाई हो गया है जिसके कारण चक्कर आ गया था। सूत्रों की माने तो मंगलवार की रात तक वो डॉक्टरों की निगरानी में रहेगी। बैठक में डीसी अबु इमरान के अलावे, डीडीसी सुरेंद्र वर्मा, स्थापना समिति के प्रभारी डीटीओ संतोष कुमार सिंह, आइटीडीए निदेशक विंदेश्वरी तमता समेत समिति के सदस्य शामिल थे।
*क्या है पूरा मामला*
शिक्षा विभाग के द्वारा दो युवकों का नियम के विपरीत अनुकंपा के आधार पर नौकरी देने का प्रस्ताव स्थापना समिति के पास भेज दिया गया। शिक्षा विभाग द्वारा भेजे गए प्रस्ताव पर ही समिति ने मुहर लगा दिए जिसके बाद दोनों युवकों को नियम के विपरीत नौकरी मिल गई। मामले का पर्दाफाश होते हैं भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता लाल प्रतुल नाथ शाहदेव ने इसकी शिकायत ट्वीट के माध्यम से राज्यपाल,मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री से की। प्रतुल लाल के ट्वीट के बाद प्रशासन भी हरकत में आया और स्पष्टीकरण मांगते हुए जांच कमेटी बैठा दी। सूत्रों की माने तो मंगलवार को जांच कमेटी के सदस्य हैं इस पूरे मामले की जांच कर रहे थे। जिसमें दोनों युवकों की नियुक्ति को अवैध पाया गया,जिसके पश्चात दोनों एचएम को निलंबित करने,फर्जी तरीके से नौकरी पाए युवकों के विरुद्ध प्रथमिमिकी दर्ज करने, बीईईओ के विरुद्ध प्रपत्र क गठित करने का निर्णय लिया गया। डीईओ की भूमिका पर चर्चा चल ही रही थी कि डीईओ निर्मला बरेलिया बेहोश हो गयी। बैठक को बीच में ही समाप्त करना पड़ा।
*इनके विरुद्ध हुई कार्रवाई*
दोनों युवक जिन्होंने फर्जी तरीके से नौकरी ली थी। उनमें परियोजना उच्च विद्यालय महुआडांड़ के रोहित कुजुर और उत्क्रमित उच्च विद्यालय हामी महुआडांड़ के लिपिक को बर्खास्त करते हुए उनके विरुद्ध प्रथमिमिकी दर्ज करने, प्रधानाध्यापक चुटिया और पहाड़कापू को निलंबित करने बीईईओ पर प्रपत्र क गठित कर विभागीय कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया। सूत्रों की माने तो डीईओ की भूमिका की चर्चा हो ही रही थी कि डीईओ बेहोश हो गयी।
*मामले की गहराई तक जांच हो:- प्रतुल लाल*
इस जांच को स्वागत योग्य बताते हुए भाजपा प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल लाल ने पूरे मामले की और गहराई से जांच करने की मांग की है। कहा कि गहनता के साथ जांच करने पर और भी तथ्य सामने आएंगे। श्री लाल ने शिक्षा मंत्री को ट्वीट के बाद एक्शन लेने पर साधुवाद दिया और कहा कि शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार कदापि सही नहीं है। बता दे कि प्रतुल लाल के हिंदुस्तान अख़बार की कटिंग के ट्वीट के बाद से ही जिला प्रशासन ने इस मामलें रेस हुई और कार्रवाई तक पहुँची है नही तो मामला कब का दब गया होता।