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Sun. Feb 23rd, 2025

धान केंद्र खुलने के बावूजूद भी औने पौने दाम में धान बेच रहे हैं किसान।

महुआडांड़ प्रखंड में सरकारी स्तर में खुले धान क्रय केंद्र हाथी का दांत बन चूका है जहाँ धान की खरीददारी अभी तक शून्य है और किसान औने पौने दाम में ही साहूकार व बिचौलियों के हाथ 1100 से 1200 रु प्रति क्विंटल की दर से धान बेच रहे हैं।जिससे उन्हें अपने आमदनी में काफी नुकसान हो रहा है। बता दें कि लैंपस का उदघाटन पिछले माह दिसंबर में ही कर दिया गया था,जहाँ लैंपस की रेट 1940 तय थी।वहीं बोनस के तौर पर 110 रु का प्रावधान किया गया था लेकिन नियम की बारीकी और अधिकांश समय सरकारी लैंपस केंद्र में ताला लगे रहने की वजह से किसान अपना निबंधन नहीं करा पा रहे है,जिससे अभी तक धान की खरीददारी नहीं हो पायी है।इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए धान क्रय केंद्र के मैनेजर मनोज महली ने बताया कि केंद्र में धान की खरीददारी नहीं हो सकी है।धान खरीदारी से पूर्व लैंपस में किसान को रजिस्ट्रेशन कराना होता है,निबंधन हेतु कर्मचारी सीआई एवं सीओ से रिपोर्ट कराना होता है।जिसके बाद फार्म कार्यालय में जमा कराया जाता है जिसके कुछ सप्ताह बाद मोबाइल में मैसेज जाता है, तत्पश्चात किसान धान बेच सकते हैं,परन्तु अभी तक किसी भी किसान से धान नहीं लिया जा चुका है।

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