नहीं खुला धान क्रय केन्द्र, किसान औने पौने दाम में धान बेचने को मजबूर
शहजाद आलम
महुआडांड प्रतिनिधि: महुआडांड प्रखंड में सरकारी स्तर पर धान क्रय केन्द्र नहीं खुलने से क्षेत्र के किसान साहुकारों व बिचौलियों के हाथों 1200 रू प्रति क्विंटल की दर से धान बेचने को मजबूर है । धान बेचने पर किसानों को सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य 1869 रू प्रति क्विंटल सहित बोनस के रूप में मिलने वाली रकम 182 रू प्रति क्विंटल से काफी कम पैसे मिल रहें हैं। इस परिस्थिति में किसानों की आमदनी दोगुनी करने के प्रयास पर प्रश्न चिन्ह लगता नजर आ रहा है। जिसकी बेटी की शादी या फिर स्कूल फीस देने के साथ अन्य समारोह को लेकर सस्ती दर पर धान बेचने को मजबूर है। क्षेत्र में अबतक सरकारी धान केन्द्र नहीं खुलने से किसान अपना धान बाजार में कम कीमत पर बेचने को मजबूर है।
इस संबंध में प्रखंड कृषि पदाधिकारी सकेत कुमार ने बताया कि अभी तक जिले से कोई भी पत्र नहीं भेजा गया। जिससे कि धान क्रय केन्द्र खोला जाए।
इस संबंध में लैम्पस मैनेजर मनोज महली ने बताया कि महुआडांड प्रखंड में दो धान क्रय केन्द्र है। लेकिन जिले से अभी तक धान क्रय करने के लिए कोई आर्दश नहीं मिला है। जैसे आर्दश मिलता है किसानों का रजिस्ट्रेशन कर धान क्रय करना शुरू कर दिया जाएगा ।