पोटका- पोटका प्रखंड अंतर्गत टांगराईन गांव में हाथियों के झुंड ने घासीरकोचा पर आतंक मचाते हुए लगभग 4 एकड़ जमीन पर तैयार धान के फसल को नष्ट कर दिया। ज्ञात हो कि उक्त स्थल के बड़े-बड़े पेड़ में मचान बनाकर हाथियों को खदेड़ने के लिए स्थानीय ग्रामीण रात को सोते हैं। मगर बीते रात उक्त स्थल में ग्रामीणों के जाने से पहले ही लगभग रात 7:00 बजे हाथियों का झुंड खेत में उतर चुके थे मचान जाते समय ग्रामीणों ने जैसे ही हाथियों के झुंड को खदेड़ने का प्रयास किया तो एक बच्चा हथीन की मां ने ग्रामीणों को दौड़ाया जिससे मंगला माझी एक गड्ढे में गिर गया। हथीन उस गड्ढा तक आई फिर कुछ आहट नहीं पाकर वापस धान के खेत में चली गई। जिससे मंगला माझी बाल-बाल बचा। इस घटना के बाद दोबारा हाथियों को खदेड़ने का साहस ग्रामीण नहीं जुटा पाए। रात भर हाथियों के झुंड ने धान के खेत में रहा धनो को खाया, बर्बाद किया। सुबह 4:00 बजे टांगराईन,दावनाटांड, धूमाटांड़ ,सोनाजुढी आदि के सैकड़ों ग्रामीणों ने डोंगरा पहाड़ तरफ हाथियों को खदेड़ा । हाथियों ने सुराई माझी,मोटु माझी घासी मुंडा ,बुद्धू मुंडा, काला मुंडा आदि के पूरी फसल को बर्बाद कर दिया। ग्रामीणों की मांग है कि बार-बार इस तरह की अनहोनी घटना होती रहती है मगर वन विभाग द्वारा कुछ व्यवस्था नहीं किया जाता है। इस पर वन विभाग को सख्त कदम उठाने की मांग ग्रामीणों द्वारा रखी गई है।
