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लातेहार जिले में सोलर जलमीनार निर्माण में हुआ है बड़ा घोटाला

लातेहार जिले में सोलर जलमीनार निर्माण में हुआ है बड़ा घोटाला

लातेहार जिले में सोलर जलमीनार निर्माण में भारी घोटाला हुआ है। प्राक्कलन राशि के 50 फीसदी राशि का काम कराकर शेष राशि की बंदरबांट की गई है।

इस संबंध में प्रेस विज्ञप्ति जारी कर समाजसेवी रवि कुमार डे ने कहा है कि पीएचडी विभाग के जन सूचना पदाधिकारी से सूचना के अधिकार अधिनियम 2005 के तहत मेरे द्वारा 2 मार्च 2021 को लातेहार जिला में सोलर जलमीनार निर्माण से संबंधित कई सूचनाएं मांगी गई थीं।

जैसे कि लातेहार जिला में पीएचडी विभाग के द्वारा किस प्रखंड में कितने सोलर जलमीनार का निर्माण कराया गया है। प्रखंडवार प्राक्कलन राशि के साथ सूचना दें।

सोलर जल मीनार में लगे कल पुर्जों को किन-किन एजेंसियों से खरीदा गया है। कल पुर्जों की वारंटी और गारंटी पीरिएड क्या है। इस योजना को पूर्ण करने में किन-किन सरकारी कर्मियों, पंचायत प्रतिनिधियों का योगदान है, पूर्ण विवरण दें। इसके अलावे सोलर जल मीनार का रख-रखाव, देख-रेख तथा खराब होने के बाद बनाने की जिम्मेवारी किसकी है।

उन्होंने बताया कई माह बीत जाने के बाद जब पीएचडी विभाग लातेहार के जन सूचना पदाधिकारी के द्वारा सूचनाएं उपलब्ध नहीं कराई गईं। तब मैंने 9 जुलाई 2021 को मुख्य सूचना आयुक्त, झारखंड, राज्य सूचना आयोग, रांची के यहां अपील किया।

सूचना देने में आना-कानी व बहानेबाजी से यह स्पष्ट होता है कि इस जनोपयोगी योजना में बड़े पैमाने पर घोटाले को अंजाम दिया गया है। इस अनियमितता के सम्बन्ध में मैंने उपायुक्त लातेहार, आयुक्त पलामू, विभागीय मंत्री व प्रदेश के मुख्यमंत्री को कई बार सूचित किया लेकिन फलाफल शून्य है।

वहीं दूसरी ओर इस योजना में लगे घटिया कल पुर्जों के कारण जिले के अधिकांश सोलर जलमीनार खराब होकर बेकार पड़े हुए हैं। आम जनता को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने का अभियान पूरी तरह से असफल हो चुका है। इस योजना के फेल होने से आम लोग विभाग, जिला प्रशासन व सरकार को कोस रहे हैं।

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