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जनसंख्या विस्फोट से उत्पन्न संसाधन संकट से भारत में होंगे गृहयुद्ध के हालात ! जनसंख्या नियंत्रण कानून आज देश की पहली आवश्यकता- सांसद डॉ अनिल अग्रवाल 

- कहा कि असम, पश्चिम बंगाल और केरल के हालात आने वाले समय में कश्मीर जैसे हो सकते हैं। जमशेदपुर से सैकड़ों लोग बैठक में हुए शामिल। 

जमशेदपुर। जनसंख्या पर नियंत्रण हेतु कानून बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख चुके राज्यसभा सांसद और जाने माने शिक्षाविद डॉ अनिल अग्रवाल ने जनसंख्या समाधान फाउन्डेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल चौधरी की फेसबुक के माध्यम से आयोजित आनलाईन बैठक में जमशेदपुर से फाउन्डेशन के जिलाध्यक्ष प्रेम झा के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं समेत देशभर के 400 जिलों से जुड़े संगठन के हजारों कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि देश में बेरोजगारी, गरीबी, भुखमरी और कुपोषण का मुख्य कारण बेतहाशा बढती जनसंख्या है।

श्री अग्रवाल ने सुझाया कि जनसंख्या असंतुलन की इस समस्या के समाधान के लिए देश के सभी नागरिकों पर जाति, धर्म, क्षेत्र व भाषा से ऊपर उठकर समान रूप से जनसंख्या कानून लागू होना अति आवश्यक है।

उन्होंने कहा कि भारत विश्व की लगभग 18% जनसंख्या का भार वहन कर रहा है, जबकि आबादी के अनुपात में उसका भूभाग बहुत कम यानि लगभग 2.4 % और जल 4% है। यही कारण है कि सरकार के तमाम उपायों के बावजूद भी देश में बेरोजगारी की समस्या बढ रही है।

11 जुलाई विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर ऑनलाईन बैठक को संबोधित करते हुए डॉ अग्रवाल ने पिछले 8 वर्षों से जनसंख्या विषय पर काम कर रहे जनसंख्या समाधान फाउन्डेशन के सभी कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि देश की इस भीषण समस्या के समाधान के लिए शुक्रवार को 22 राज्यों के लगभग 400 जिला और उनकी तहसील मुख्यालयों से संबंधित जिलाधिकारियों के माध्यम से प्रधानमंत्री जी को ज्ञापन भेजा जाना अति सराहनीय है।

उन्होंने जम्मू, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, आसाम, त्रिपुरा, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना, कर्नाटक आदि सहित सुदूर केरल के सभी कार्यकर्ताओं को आगामी एक वर्ष में गली गली जागरण करके जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर आन्दोलन खडा करने की योजना पर बधाई दी।

देश की आन्तरिक स्थिति पर बोलते हुए सांसद डॉ अनिल अग्रवाल ने कहा कि जातिवाद की गहराती जड़ें देश के लिए खतरनाक हैं। भारत को अखंड भारत बनाना है और हिन्दू संस्कृति को विश्व का मार्गदर्शक बनना है तो हमें जातिवाद से ऊपर उठना होगा। कण कण में श्रीराम को खोजने वाली संस्कृति को आपस में वैमनस्य समाप्त करना होगा।

उन्होंने आशा जताई कि उत्तर प्रदेश में जनसंख्या नीति लागू होने बाद अब देश के यशस्वी प्रधानमंत्री द्वारा जनसंख्या नियंत्रण कानून शीघ्र से शीघ्र बनेगा और देश के सभी नागरिकों पर समान रूप से लागू होगा।

उपरोक्त बैठक में जमशेदपुर प्रदेश उपाध्यक्ष हरेन्द्र सिंह, जिलाध्यक्ष प्रेम झा, महिला विंग जिलाध्यक्ष रीना चौधरी, बंटी सिंह, सुमित श्रीवास्तव, आदित्य रंजन, पप्पू कुमार, बबलू सिंह, पीयूष ईशु, उषा सिंह, खुशी ओझा, शोभा श्रीवास्तव, सीलु साहू, रीना सिंह, प्रीति पांडा, रेणु अहूजा, कांची लोहार, अमरजीत कौर, जुली देवी, गीता देवी, बिंदु सिंह, नेहा साहू, सरबजीत कौर, राजन सिंह, कौशिक घोष, नरेश प्रसाद, निरंजन झा, सौरभ श्रीवास्तव, मंशा दास, मीना देवी, अंकित शुक्ला, कुमार गौतम, ह्नन्नी परिहार, आदित्य कुमार, संजू सिंह, हिमांशु शेखर सिंह समेत अन्य ने भाग लिया।

 

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