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बच्चों की होगी संस्थागत देखभाल उपायुक्त

दुमका प्रियव्रत झा

दुमका जिला अंतर्गत रामगढ़ प्रखंड के एक गाँव में दिनांक 19/05/2021 को  नशे की हालत में  शराबी पति ने रॉड से अपनी पत्नी की हत्या कर दी थी।हत्या के आरोपी  पति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। मृतका  अपने पीछे 6 बच्चों को छोड़ गई , जिनमें से एक 2 माह की नवजात शिशु है एवं 5 से 15 वर्ष तक के 5 बच्चें हैं।

उपायुक्त दुमका राजेश्वरी बी के निर्देश पर  जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, अनिता कुजूर द्वारा चाइल्डलाइन दुमका  की टीम को घटना स्थल पर भेजा गया था। चाइल्डलाइन  टीम ने बच्चों के परिजनों, ग्रामीणों, प्रधान व सेविका से मिलकर घटना की जानकारी लिया , जिससे पता चला कि बेसहारा हुए बच्चों की देख- रेख एवं संरक्षण के लिए कोई नहीं हैं। परिवार में एक चाचा हैं, जिनके अपने 3 बच्चें हैं, जो खुद अपने परिवार का पालन पोषण दैनिक मजदूरी कर करते हैं, जिसके कारण वे इन बच्चों की देखभाल करने में सक्षम नहीं हैं।

प्रकाशित समाचार पर संज्ञान लेते हुए  प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश – सह- अध्यक्ष ,जिला विधिक सेवा प्राधिकार, दुमका,  राम शर्मा द्वारा सभी बच्चों का पुनर्वासन कराने का निर्देश सचिव, डालसा  श्री विश्वनाथ भगत को दिया।

जिस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी , प्रकाश चन्द्र ने सभी पांच (05) बच्चों को चाइल्डलाइन दुमका के माध्यम से  बाल कल्याण समिति, दुमका  के समक्ष बच्चों के संबंध में निर्णय लेने हेतु उपस्थापित कराया।

अध्यक्ष ,बाल कल्याण समिति (बैंच ऑफ मजिस्ट्रेट)  मनोज कुमार साह ने बताया कि  सभी बच्चों को संस्थागत देखभाल के तहत बालगृह में रखने की व्यवस्था की गई है। सदस्य, सुमिता सिंह  ने  बताया कि सभी बच्चों को आवासीय सुविधा में रखते हुए उनकी देखभाल के साथ साथ शिक्षा की संपूर्ण व्यवस्था की जाएगी।

मौके पर  इंचार्ज बालगृह  काजल कुमारी , संजू कुमार , सेविका तेलिया मरांडी के अलावे चाइल्डलाइन, दुमका के केंद्र समन्वयक मधुसुदन सिंह , टीम सदस्य सनातन मुर्मू, अनिल साह,  निक्कू कुमार , जीसान अली ,शांति लता हेंब्रम आदि उपस्थित थे।

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