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Sat. Feb 22nd, 2025

जनसंख्या समाधान फाउन्डेशन के राष्ट्रीय महासचिव ने कार्यकर्ताओं को किया संबोधित, कठोर जनसंख्या नियंत्रण कानून के संकल्प को दोहराया।

जमशेदपुर। पिछले आठ वर्षों से देश में कठोर जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर आंदोलनरत संस्था जनसंख्या समाधान फाउन्डेशन के राष्ट्रीय महासचिव कृष्ण मुरारी ने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित किया। जमशेदपुर में जिलाध्यक्ष प्रेम झा के नेतृत्व में सैकड़ो कार्यकर्ताओं ने संबोधन में वर्चुअल रूप से भाग लिया। झारखंड प्रदेश के प्रभारी कृष्ण मुरारी ने कहा कि आज भारत माता एक बड़े दैवीय संकट के दौर से गुजर रही है। कोरोना महामारी ने पूरे देश को अस्त-व्यस्त कर रख दिया है। इस महामारी में हमारे संसाधनों की कमी भी उजागर हुई है, जिसका एकमात्र कारण सीमित क्षेत्रफल के बावजूद देश में 138 करोड़ से अधिक आबादी का होना है। जिस कारण अस्पताल, मेडिकल स्टाफ, दवाइयां, आक्सीजन, वैंटीलेटर आदि संसाधन अचानक आई इस आपदा को झेल नहीं पाए हैं। सरकार और उसके नेतृत्व की पूरी कोशिश रही है कि कम से कम समय में अधिक से अधिक व्यवस्थाएं की गयी और उन्हें पूरा करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाया। परन्तु इतनी बड़ी आबादी के समक्ष यह उपलब्धता ऊंट के मुंह में जीरा साबित हुई है। इस महामारी ने यह साबित कर दिया है कि जनसंख्या समाधान फाउन्डेशन द्वारा सभी नागरिकों को ध्यान में रखकर चलाई जा रही जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग बिल्कुल सही है, एकदम सटीक है। इस महामारी ने साबित किया है कि इस कानून को शीघ्र बनाना अति आवश्यक है। श्री मुरारी ने कहा कि कार्यकर्ता समाज के संपर्क में रहें और देखें कि अगर कोई व्यक्ति अथवा परिवार किसी भी प्रकार की आवश्यकता में है तो स्वयं का बचाव करते हुए उसकी हर प्रकार से सहायता करना हमारा परम कर्तव्य है।

उन्होंने कहा कि देश में कठोर जनसंख्या नियंत्रण कानून बने और वह जाति, धर्म, क्षेत्र और भाषा से ऊपर उठकर सभी नागरिकों पर समान रूप से लागू हो। इसके लिए जनसंख्या समाधान फाउन्डेशन के सभी साथी पूरे देश के लोगों को अपने साथ जोड़ेंगे और ऐसा वातावरण बनाएंगे कि अब इसमें और देरी ना हो।

उपरोक्त लाइव संवाद के दौरान अभय सिंह, जिलाध्यक्ष प्रेम झा, प्रदेश उपाध्यक्ष हरेंद्र सिंह, महिला मोर्चा अध्यक्ष रीना चौधरी, प्रदेश सचिव उषा सिंह, बंटी सिंह, आदित्य रंजन, प्रीति पांडा, हन्नी परिहार, पप्पू कुमार, कुमार गौतम, राजेश सिंह, पीयूष ईशु, संजू सिंह, रेणु झा, बबलू सिंह, संगीता शर्मा, आदित्य कुमार, उमाशंकर सिंह, शंकर गुइन, रामप्रसाद सिंह समेत अन्य कार्यकर्ता शामिल हुए।

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