नई दिल्ली: कोरोना महामारी से बचने के लिए लोगों को गोली-दवा के साथ काढ़ा पीने की सलाह दी जा रही है. इस दौरान मौसमी सर्दी-जुकाम से भी लोग परेशान हैं. लक्षण ऐसे जैसे कि कोरोना ही हो, लेकिन यह कोरोना के लक्षण नहीं हैं. मौसमी सर्दी-जुकाम, सीने में दर्द को साधारण घरेलू उपचार से भी ठीक किया जा सकता है.
काढ़ा पीने से क्या है? (Health Benefits of Kadha)
दरअसल, किसी भी बीमारी से बचने के लिए सबसे जरूरी है शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर हो. किसी दवा गोली से ज्यादा फायदा हमें प्राकृतिक चीजों से मिलता है. हम आपको बता रहे हैं कुछ खास औषधिय गुणों से भरपूर काढ़े कि रेसिपी, जिनकी सामग्री आपके किचन और आसपास मिल जाएंगी.
1. तुलसी का काढ़ा (Tulsi ka kadha kaise banayen)
इस काढ़ा को बनाने के लिए आपको चाहिए, 100 ग्राम, दालचीनी 10 ग्राम, तेजपत्त 10 ग्राम, सौंफ 50 ग्राम, छोटी इलायची के दाने 15 ग्राम और 10 ग्राम काली मिर्च.
कैसे बनाएं
– सारी चीजों को पीसकर एक बरनी में भरकर रख लें.
– दो कप पानी एक बर्तन में डालकर गरम करें.
– जब इसमें उबाल आ जाए तो इसमें आधा छोटा चम्मच तैयार किया काढ़ा मिश्रण डालकर ढक दें.
– थोड़ी देर तक उबलने दें फिर छानकर कप में डाल लें.
– थोड़ा गरम रहने पर ही फूंक मारकर इस काढ़े का सेवन करें.
2. लौंग, तुलसी, अदरक और काली मिर्च का काढ़ा (Laung Tulsi adrak kali mirch kadha recipe)
सर्दी जुकाम में नाक बंद होने और सीने में दर्द को कम करने के लिए यह काढ़ा बढ़िया माना जाता है. लौंग, तुलसी, अदरक और काली मिर्च का काढ़ा सर्दी जुकाम में फायदा पहुंचाता है. इस काढ़े से पाचन क्रिया दुरुस्त होती है. अदरक का रस गले की खराश को कम करता है.
कैसे तैयार करें यहा काढ़ा
लौंग, तुलसी, अदरक और काली मिर्च का काढ़ा बनाने के लिए एक बर्तन में दो कप पानी, 7-8 तुलसी के पत्ते, 5 काली मिर्च, 5 लौंग और एक बड़ा चम्मच कद्दूकस किया अदरक लें. इसे मध्यम आंच पर रखकर 8-10 मिनट तक उबालें.
इसे छान लें और हल्का गुनगुना ही पीएं. रोजाना सुबह-शाम पीने से सर्दी-जुकाम में आराम मिलता है.
3. इलायती, शहद वाला काढ़ा (Ilaichi shahad wala kadha)
कोरोना के शुरुआती लक्षण में सांस लेने में तकलीफ होती है. हालांकि जरूरी नहीं यह कोरोना के ही सिम्पटम्स हों, लेकिन अगर ऐसी परेशानी है तो टेस्ट करवाने से पहले इलायची शहद का काढ़ा आपको इस तकलीफ से निजात दिला सकता है.
कैसे बनाएं
इलायची शहद वाला काढ़ा बनाने के लिए एक बर्तन में दो कप पानी में 1 चम्मच इलायची पाउडर डालकर कम से कम 10 मिनट तक उबालें. फिर छानकर गिलास में डाल सें. हल्का गुनगुना रहने पर एक चम्मच शहद डालकर घोलें और पी लें.
4. लौंग-तुलसी और काला नमक का काढ़ा (Laung tulsi aur kala namak kadha namak recipe)
लौंग-तुलसी और काला नमक का काढ़ा जोड़ों के दर्द में राहत पहुंचाता है. इस तरह का काढ़ा बनाने के लिए एक बर्तन में दो गिलास पानी धीमी आंच पर रखें. इसमें 8-10 तुलसी के पत्ते, 5 लौंग डालकर अच्छी तरह उबाल लें. जब पानी आधा हो जाए तो एक कांच की गिलास में छान लें. इसमें स्वादानुसार काला नमक मिला लें. गुनगुना ही पी जाएं.
5. वायरल फीवर को कम करने वाला काढ़ा (Viral Fever Kadha Recipe)
बदलते मौसम में हर दूसरे व्यक्ति को वायरल फीवर जैसी समस्या होती है. इससे बचने के लिए गोली-दवा अगर नहीं खाना चाहते हैं तो यह काढ़ा बना सकते हैं.
इसके बनाने के आपको एक बड़ी इलायची, दालीचीनी का एक टुकड़ा, 5 काली मिर्च, 3 लौंग, आधा चम्मच अजवाइन की और चुटकी हल्दी.
एक बर्तन में डेढ़ गिलास पानी डालें और इसमें सभी चीजें डाल दें. जब पानी आधा बचे तो एक कांच की गिलास में छान लें. इसमें एक चुटकी हल्दी डालें और गुनगुना ही पी जाएं. ये सभी काढ़े शरीर में गर्मी पैदा करते हैं. इसलिए इन्हें पीने के साथ ही खान-पान का भी ख्याल रखना होगा. अगर खाली पेट पीएंगे तो लूज मोशन भी हो सकता है.
आपको बता दें कि यह घरेलू उपचार हैं, अगर आप किसी गंभीर बीमारी की दवाइयां ले रहे हैं, काढ़ा पीने से पहले डॉक्टर से जरूर सुझाव ले लें.