कैट ने गृह मंत्री श्री अमित शाह को पत्र भेजकर फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट के गठन की मांग उठाई
गत अनेक दिनों से लगातार मीडिया पर कोविड से सम्बंधित दवाओं और अन्य वस्तुओं की कालाबाज़ारी होने की रिपोर्ट को ध्यान में रखते हुए कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने आज केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह को एक पत्र भेजकर ऐसे सभी लोग को इस प्रकार की मानवता विरोधी कार्रवाइयों में लिप्त हैं , के खिलाफ सख्त और अनुकरणीय कार्रवाई करने की मांग की है ! कैट ने इस प्रकार की गतिविधियों को सबसे जघन्य अपराध कहा है जिसकी सभी लोगों द्वारा कठोर और कड़ी निंदा की जानी चाहिए ।
कैट ने ऐसे लोगों के शीघ्र परीक्षण के लिए एक फास्ट ट्रैक कोर्ट के गठन की मांग की है और दोषी पाए गए व्यक्तियों को कठोर सजा दिए जाने की मांग की है ! कैट ने यह भी कहा है कि अगर जरूरत पड़ी तो सरकार को इस आशय का एक अध्यादेश लाना चाहिए लेकिन इन लोगों को किसी भी परिस्थिति में बख्शा नहीं जाना चाहिए।
कैट के राष्ट्रीय सचिव श्री सुरेश सोन्थालिया ऐसे जघन्य अपराध करने वाले व्यक्तियों की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि जहां यह मानवता के लिए अक्षम्य अपराध है वहीँ वैश्विक स्तर पर भी राष्ट्र की गरिमा को धुल धूसरित करता है और वो भारत जो विश्व में मानवीय मूल्यों को बनाए रखने के लिए जाना जाता है। यह कुछ मानवता विरोधी लोगों का एक कुरूप कार्य है जिसने पहले से ही महामारी से जूझने वाले पीड़ित परिवारों की कठिनाइयों को और बढ़ाया है !
श्री सोन्थालिया ने कहा की “इस घटना ने हम सभी को एक भारतीय नागरिक के रूप में शर्मिंदा कर दिया है और ऐसे लोग निश्चित रूप से मानवता के दुश्मन हैं। इस घटना ने अमानवीय व्यवहार की सभी सीमाओं को पार कर दिया है। यह वास्तव में हर भारतीय के लिए शर्म की बात है और हमें सोचने के लिए मजबूर करता है कि हम इतना नीचे कैसे गिर सकते हैं ! इस घटना से इंसानियत देश में दम तोड़ती नजर आई है !
श्री सोन्थलिया ने श्री अमित शाह से आग्रह किया है कि देश भर के व्यापारी इस प्रकार के अत्यधिक घृणित कार्यों के कड़े शब्दों में निंदा करते हैं और मांग करते हैं कि तुरंत एक फास्ट ट्रैक कोर्ट गठित की जाए जहाँ ऐसे व्यक्तियों पर क़ानून के अनुसार एक समयबध्द सीमा में मुक़दमा चलाकर दोषी व्यक्तियों को कठोर लेकिन अनुकरणीय दंड दिया जाना चाहिए ताकि देश में कोई अन्य व्यक्ति इस तरह के जघन्य अपराध को दोहराने की सोच भी न सके। उन्होंने यह भी कहा की यदि जरूरत पड़े तो केंद्र सरकार को इन लोगों को दंडित करने के लिए एक अध्यादेश भी लाना चाहिए, ऐसे लोग देश के दुश्मन हैं। कैट ने यह भी प्रस्ताव दिया कि ऐसे लोगों की संपत्तियों और बैंक खातों को भी तत्काल सरकार द्वारा अधिग्रहित किया जाए किन्तु यह अवश्य सुनिश्चित किया जाए की कोई भी निर्दोष या ईमानदार व्यापारी जो सभी कानूनों, नियमों और विनियमों का पालन करते हुए कानूनी और पारदर्शी व्यापारिक गतिविधियां चला रहा है तो ऐसे लोगों को बलि का बकरा नहीं बनाया जाना चाहिए।
श्री सोन्थालिया ने कहा कि हालांकि हमें यकीन है कि देश में किसी भी व्यापारी संगठन का कोई भी सदस्य इस तरह की देश विरोधी गतिविधियों में शामिल नहीं है, फिर भी हमने देश भर के व्यापारिक संगठनों को सलाह दी है कि क्या इस प्रकार के दुष्कृत्य करने वाला कोई भी व्यक्ति किसी भी व्यापारिक एसोसिएशन का सदस्य है और यदि ऐसा है तो उसे तत्काल प्रभाव से संबंधित एसोसिएशन की सदस्यता से समाप्त किया जाना चाहिए और ऐसे लोगों का सामाजिक बहिष्कार भी सुनिश्चित करना चाहिए। कैट ने देश भर के विभिन्न अन्य सामाजिक संगठनों से भी ऐसी ही अपील कर रहे हैं। कैट ने सभी राज्यों में कैट चैप्टर को सलाह दी है कि वे अपने-अपने मुख्यमंत्रियों के लिए इसी तरह का पत्र लिख कर ऐसे लोगों के लिए कड़ी कार्रवाई की मांग करे !
कैट ने कहा कि ऐसे समय में जब पूरा देश कोविड के खिलाफ लड़ रहा है, लाखों लोग देश भर में अपने जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं, उनके रिश्तेदार दवाइयों और अन्य चिकित्सा सुविधाओं की व्यवस्था करने के लिए दर -दर भटक रहे हैं ऐसे में कैट सहित देश भर में हजारों अन्य सामजिक एवं व्यापारिक संगठन समाज की मदद के लिए आगे आएं हैं वहीँ कुछ दुष्कर्मी अपने बुरे कृत्यों द्वारा समाज और देश के खिलाफ काम कर रहे हैं !