जमशेदपुर। जमशेदपुर अंचल कार्यालय की लापरवाही के कारण परसुडीह थाना क्षेत्र के हलुदबनी में (मौजा हलुदबनी, थाना न.1165) एक ही जमीन की ऑनलाइन मालगुजारी की रसीद अलग-अलग कई नामों से कट रही हैं। जमीन मालिक पैट्रिक मिनसेन्ट, पिता फ्राक चार्ल मिनसेन्ट ने 1960, 1963 एवं 1970 में यह जमीन नेशनल इंजीनियरिंग को रजिस्टर्ड डीड के माध्यम से बिक्री की थी। नेशनल इंजीनियरिंग ने उक्त 5.31 एकड़ जमीन का खाता नंबर 628 में 29, खाता नंबर 627 में 10, खाता नंबर 626 में 4 एवं खाता नंबर 625 में 2 कुल 45 रैयतों को रजिस्टर्ड डीड के माध्यम से बिक्री किया गया हैं। सभी रैयतों के नाम जमाबंदी दर्ज है और मालगुजारी 2021-22 तक अधतन है जो वर्षों से मकान बनाकर सपरिवार रह रहे हैं। इसके बावजूद जमशेदपुर अंचल कार्यालय द्वारा आज भी पैट्रिक मिनसेन्ट एवं नेशनल इंजिनीयरिंग के नाम पर ऑनलाइन मालगुजारी की रसीद काटी जा रही है। नियमतः नया खाता खुलने पर पुराने खाते से उक्त जमीन को घटाना चाहिए। यदि कुल जमीन विक्रय हुआ है तो पूर्व मालिक के खाते को बंद कर देना चाहिए किन्तु अंचल कार्यालय की अनदेखी के कारण पूर्व के मालिकों के खाते भी चालु है, जिसके कारण विकट स्थिति पैदा हो गई है। ऑनलाइन रसीद निकाल कर दबंग किस्म के कुछ भूमि माफिया फर्जी कागज बनाकर अपने को पूर्व मालिक का वंशज बताकर रैयतदारों को डरा धमका रहे हैं। जिसकी लिखित शिकायत करते हुए रैयतदारों ने अंचलाधिकारी से अनुरोध किया है कि पूर्व जमीन मालिकों के खाते को बंद किया जाय और उनका ऑनलाइन रसीद जारी ना करें, किन्तु आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। हालांकि अंचल निरीक्षक द्वारा सरजमीं की जांच की गई हैं। अपने जांच प्रतिवेदन में उन्होंने स्पष्ट लिखा है कि रैयतदारों ने उक्त जमीन नेशनल इंजिनीयरिंग से रजिस्टर्ड केवाला से क्रय किया है रैयतदार दखल में हैं और मकान बना कर रह रहे हैं।