भारत के शीर्ष 2 सॉफ्टवेयर सर्विस एक्सपोर्टर – TCS और इन्फोसिस- ने सामूहिक रूप से वित्तीय वर्ष 2121-22 में कैंपस प्लेसमेंट से लगभग 66,000 कैंडिडेट को नियुक्त करने की योजना बनाई है।
जबकि टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) इस वर्ष उतने ही फ्रेशर्स को नियुक्त करने की योजना बना रही है, जितना पिछले साल (लगभग 40,000), इन्फोसिस ने भारत और विदेशों के कॉलेजों के लगभग 26,000 फ्रेशर्स को नियुक्त करने की योजना बनाई है।
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने चौथी तिमाही में इन नंबरों को पुष्टी करते हुए ये अनाउंसमेंट की है। टीसीएस के चीफ HR ऑफिसर मिलिंद लक्कड़ ने कहा, ‘हमारा ऑपरेटिंग मॉडल बहुत ही अच्छा है।
ये कैंपस से आने वाले लोगों पर आधारित है। हमारे टफ इंटरनल टेलेंट का डेवलपमेंट साल और मार्केट से आने वाले कुछ लोगों के आसपास होता है। उन्होंने आगे कहा कि नए फाइनेशियल ईयर के पहले क्वाटर में नई हाईरिंग होगी, लेकिन ये तीन तिमाही तक भी बढ़ सकती है।
इन्फोसिस ने वित्त वर्ष 2015 की आखिरी तिमाही के लिए कंपनी के परिणामों को जारी करते हुए न्यू हाईरिंग करने की भी घोषणा की। भारत के दूसरे सबसे बड़े IT आउटसोर्स के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर प्रवीण कुमार राव ने कहा, इंफोसिस बाजार से टॉप टेलेंट को सक्रिय रूप से काम पर रखेगी, क्योंकि अगले कुछ क्वाटर तक हाई अटैचमेंट दर जारी रहने की उम्मीद है।
इंफोसिस के CEO सलिल पारेख ने कहा, ‘भारत में, हमारे पास बड़ी संख्या में कॉलेज के ग्रेजुएट्स हैं जिन्हें हम भर्ती के लिए देखेंगे लेकिन lateral recruitment भी जारी रहेगा। डिमांड का इनवायरमेंट काफी मजबूत है … हम काफी आशावादी नजरिया रखते हैं।
इन्फोसिस ने पिछले साल कैंपस से 21,000 फ्रेशर्स को हायर किया था, जिनमें से 19,000 भारत से थे।
अडानी ग्रुप ने 48,000 जॉब्स क्रिएट कीं
इस बीच, अडानी ग्रुप नोएडा में डेटा सेंटर खोलने की भी योजना बना रहा है खबर के अनुसार, 48 हजार से अधिक लोगों के लिए रोजगार के अवसर ये ग्रुप पैदा करेगा। 12 अन्य कंपनियों के साथ अडानी एंटरप्राइजेज को हाल ही में नोएडा प्राधिकरण द्वारा औद्योगिक भूखंड आवंटित किए गए हैं। इस पहल से नोएडा क्षेत्र में 3,870 करोड़ रुपये के निवेश की उम्मीद है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, सेक्टर 80 में 39,146 वर्ग मीटर जमीन अडानी एंटरप्राइजेज को आवंटित की गई है। कंपनी से नोएडा में 2,500 करोड़ रुपये के निवेश की उम्मीद है।