जमुआ प्रखण्ड के ग्राम पंचायत पोबी में संविधान निर्माता डॉ भीमराव रामजी अम्बेडकर की प्रतिमा पर जमुआ थाना प्रभारी प्रदीप कुमार दास , मुखिया नकुल कुमार पासवान,युवा समाजसेवी योगेश कुमार पाण्डेय,घनश्याम दास,मोहन दास,महेंद्र दास आदि ने माल्यार्पण कर हार्दिक कृतज्ञ श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए जीवनी का वर्णन कर आदर्शो को अपना कर समाज,राष्ट्रहित में अपनी असीम ऊर्जा को सकारात्मक दिशा में सदुपयोग करने के लिये उत्प्रेरित किये। वही प्रज्ञा केंद्र के तत्वावधान में महान ज्योतिषविद,खगोलविद,गणितज्ञ आचार्य शिरोमणि आर्यभट्ट की तस्वीर पर माल्यार्पण कर जयंती मनाई गई। युवा समाजसेवी योगेश कुमार पाण्डेय ने जीवनी का वर्णन करते हुए कहा कि शून्य की ख़ोज,पृथ्वी व सूर्य की गतियाँ,दूरी,वर्गमूल,घनमूल,समान्तर श्रेणी,सतत भिन्न,द्विघात समीकरण की उपलब्धि के जनक आर्यभट्ट ने प्राचीन काल मे ही धातुकर्म,बीजगणित,खगोल विज्ञान,गणित ,वास्तुकला,ज्योतिष शास्त्र के बारे में बता दिया था जब पश्चिमी देशों को इनके बारे में कुछ भी पता नही था। इन्होंने ग्रहो एवं बाहरी ग्रहो के विषय पर भी गहन कार्य किये थे। आर्यभट्ट के बाद गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र में न्यूटन को 1500 साल बाद पता चला था। परंतु बिडम्बना है कि ऐसे कालजयी महापुरुष की हर स्तर पर उपेक्षित किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। पिनाकल स्कूल नीमाडीह के प्रबंधक प्रभात चंद,कमलेश कुमार राम पप्पू, गोपालकृष्ण पाण्डेय,मारुतिनंदन पांडेय,विकास कुमार यादव ने भी विचार ब्यक्त किये। उक्त अवसर पर मनीष राम,मनीष सिन्हा सहित अन्य मौजूद थे।