महुआडांड़
महुआडांड़ के लगभग सभी आंगनबाड़ी केंद्र खुला हुआ है बच्चे वहां प्राथमिक शिक्षा प्राप्त करने पहुंच रहे हैं साथ ही सहिया एवं सेविका के द्वारा बच्चों को बना कर खाना पीना खिलाया जा रहा है। अधिकतर बच्चे बिना मास्क ही आंगनबाड़ी में आ रहे हैं। साथ ही आंगनबाड़ी केंद्र में सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन नहीं कराया जा रहा है। जब राज्य के सभी स्कूल कॉलेज सिनेमा हॉल जिम बंद है तो बच्चों के साथ आंगनबाड़ी बुलवाकर क्यों खिलवाड़ किया जा रहा है ? क्या बच्चों को करोना का डर नहीं है? क्या बच्चों को कोरोना नहीं हो सकता है? बच्चे बगैर मास्क बगैर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किए आंगनबाड़ी केंद्र पहुंच रहे हैं तो क्या इन बच्चों को कोरोना से मुक्ति मिल गई है?। यह सारी बातें हैरान करने वाली है। जबकि महुआडांड़ में आए दिन कोरोना पॉजिटिव होने की खबर आ रही है कोरोना संक्रमण बढ़ता जा रहा है। सरकार का निर्देश है कि बिना मास्क नहीं निकलना है, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना है। सरकार के द्वारा पूरे राज्य में धारा 144 भी लागू की गई। लेकिन दूसरी ओर आंगनबाड़ी केंद्र खुला हुआ है।
1 अप्रैल से खुला हुआ है सभी आंगनबाड़ी केंद्र
इस संबंध में पूछे जाने पर महुआडांड़ प्रखंड विकास पदाधिकारी टू डू दिलीप ने बताया कि हम लोगों को किसी प्रकार का कोई निर्देश आंगनबाड़ी से संबंधित नहीं आया है सभी आंगनबाड़ी केंद्र 1 अप्रैल से खुला हुआ है। वही इस संबंध में पहाड़ कापु की सेविका अनिमा खलखो ने बताया कि हम लोगों के द्वारा रोज आंगनबाड़ी केंद्र खोला जाता है आंगनबाड़ी बंद करने का किसी तरह का कोई आदेश हम लोगों को प्राप्त नहीं हुआ है। जिसके कारण हम लोगों के द्वारा 1 अप्रैल से प्रत्येक दिन आंगनबाड़ी को खोला जा रहा है बच्चों को बुलाकर पढ़ाने एवं खिलाने पिलाने का कार्य किया जा रहा है। जबकि हम लोगों का आदेश है कि 6 बच्चे को ही बुलाना है परंतु गांव के अन्य बच्चे भी साथ में आ जाते हैं तो बच्चों को ना भगा कर सभी को हम लोगों के द्वारा पढ़ाया व खाना खिलाया जाता है।
संवाददाता शहजाद आलम महुआडांड़ से रिपोर्ट बबलू खान की