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राम मंदिर के लिए एकत्र हुई 5400 करोड़ से ज्यादा की निधि, कूपन से मिले धन की गिनती अभी जारी

रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से चलाए गये निधि समर्पण अभियान में अब तक कुल 5457.94 करोड़ की धनराशि एकत्र हो चुकी है। हालांकि यह संख्या अभी अंतिम नहीं है क्योंकि जिलावार आडिट का काम अभी पूरा नहीं हो सका है। फिलहाल अखिल भारतीय स्तर पर निधि समर्पण अभियान की मानीटरिंग कर रही टीम की गणना में एक टेन्टिव रिपोर्ट सामने आई है।

इस रिपोर्ट के मुताबिक कूपनों व रसीद के जरिए 2253.97 करोड़ की निधि एकत्र हुई। इसी तरह से डिजीटल माध्यमों से 2753.97 करोड़ व एसबीआई-पीएनबी व बीओबी के बचत खातों में करीब 450 करोड़ की धनराशि एकत्र हुई है। मालूम हो कि ट्रस्ट की ओर से निधि समर्पण के दस, सौ व एक हजार के कूपन छपवाए गये थे।

इसके अलावा इससे अधिक की धनराशि के लिए रसीदों का प्रयोग किया गया। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय की ओर से तैयार की रिपोर्ट में बताया गया कि दस रुपये के कूपन से 30.99 करोड़, सौ रुपये के कूपन से 372.48 करोड़ व एक हजार के कूपन से 225.46 करोड़ व रसीदों के जरिए 1625.04 करोड़ की निधि एकत्र हुई। इस प्रकार कुल राशि 2253.97 हुई।

74 रामभक्तों ने एक करोड़ से अधिक की निधि की समर्पित

रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय की रिपोर्ट में कहा गया कि एक करोड़ से अधिक की धनराशि समर्पित करने वाले रामभक्तों की कुल संख्या 74 रही। इसी तरह से 50 लाख से एक करोड़ समर्पित करने वाले 127 रामभक्त सामने आए। 25 से 50 लाख का समर्पण 123 रामभक्तों ने किया। दस से 25 लाख का समर्पण 950 रामभक्तों ने किया। इसी तरह पांच से दस लाख का समर्पण 1428 व एक से पांच लाख की निधि 31 हजार 663 रामभक्तों ने समर्पित की है।

देश के 5.37 गांव के 12.73 करोड़ परिवारों से किया गया सम्पर्क

रिपोर्ट में यह भी जानकारी दी गयी है। सांगठनिक दृष्टि से देश के 49 प्रांतों के 1167 जिलों में अभियान चलाया गया। बताया गया कि अभियान से पूर्व सांगठनिक प्रांतों के 6.73 लाख गांवों के 20.67 करोड़ परिवारों के सापेक्ष 5.37 लाख के 12.73 करोड़ परिवारों से सम्पर्क किया गया। अभियान में 18.34 लाख पुरुष व 1.87 लाख महिला कार्यकर्ता सहभागी बने। इस अभियान के अन्तर्गत 38185 कार्यकर्ताओं के माध्यम से बैंकों में धन जमा कराया गया। पूरे देश में एक लाख 25 हजार टोलियों के माध्यम से धश संग्रहित हुआ। अभियान के लिए धनुषा साफ्टवेयर कंपनी के स्वामी सत्यनारायण मूर्ति ने फूलप्रूफ साफ्टवेयर तैयार किया था।

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