गिरिडीह
क्रिसमस के उपरांत ईसाई धर्म के लोगों का सबसे बड़ा खुसी का पर्व ईस्टर गिरिडीह के विभिन्न इलाकों में परम्परागत तरीके से पूरी खुशनुमा माहोल में मनाया गया यहाँ बताते चलें की ईसाई धर्म की मान्यता अनुसार गुड फ्राइडे के दी ईशा मसीह की सहादत के दो दिन बाद संडे को जीसस के पुनः जीवित होने की खुसी में ये पर्व मनाया जाता है इसी को ले कर गिरडीह में भी ईसाई समाज के लोगों ने परम्परानुसार प्रातः होने से पूर्व कब्रिस्तान पहुँच कर अपने पूर्वजों की समाधि पर पहुँच कर फूल माला अगरबत्ती मोमबत्ती जलाई तथा इसके बाद चर्च पहुँच कर चर्च की विशेष प्रार्थना में हिस्सा लिया।और एक दूसरे को बधाईआं दी।
गिरिडीह से डिम्पल की रिपोर्ट