गिरिडीह
आज श्री आर के महिला महाविद्यालय में अमृत महोत्सव के अवसर पर एन एस एस की दोनों इकाइयों की संयुक्त तत्वाधान में महाविद्यालय की छात्राओं के बीच एक भाषण प्रतियोगिता आयोजित की गई। देश आगामी स्वतंत्रता दिवस को अपना पचहत्तरवां झंडोतोलन करेगा।माननीय प्रधानमंत्री जी की योजना है कि अमृत महोत्सव को पूरे भारत में विभिन्न कार्यक्रमों के द्वारा मनाया जाय। वि भी यू हजारीबाग की एन एस एस के निदेशानुसार इस कार्यक्रम को किया गया। प्रतियोगिता का विषय था आज़ादी के बाद हमने क्या पाया और क्या पाना बाकी है?
कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ अनुज कुमार कर रहे थे।उन्होंने कहा कि इस उत्सव को पारिवारिक उत्सव की भाँति मनाना चाहिए क्योंकि हम कहाँ थे और कहाँ आ गए और सरकार के संगठनात्मक भाव के साथ चलकर हमें आगे जाना है तभी हम विकसित देश की कोटि में आ सकते हैं।डॉ मधुश्रीसेन सान्याल ने कहा कि इस महोत्सव को मनाने में राष्ट्रवाद व राष्ट्रधर्म को मानना होगा यही महोत्सव की सार्थकता होगी।डॉ संजीव सिन्हा ने कहा कि हमें आज़ादी के दीवानों को नहीं भूलना चाहिए उनके बदौलत ही आज हम स्वतंत्र हैं।
भाषण प्रतियोगिता का विषय प्रवेश डॉ मधुश्रीसेन सान्याल ने करवाया।एन एस एस ताल से इस प्रतियोगिता की शुरुआत की गई।डॉ मधुश्रीसेन सान्याल ने अतिथियों को पुष्प गुच्छ भेंट किया।
लगभग 100 छात्राओं ने इस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया जिसमें प्रथम अनुराधा प्रियदर्शिनी,द्वितीय साल्वी कुमारी और तृतीय स्थान पर संध्या मिश्रा रही।
निर्णायक की कुर्सी पर पूर्व प्रचार्या डॉ गीता डे, प्रचार्य डॉ अनुज कुमार तथा डॉ निवेदिता चौधरी थी।
मंच संचालन हिंदीव्यख्याता महेश ‘अमन’ ने किया।
इन प्रतियोगिता में डॉ रवि राय, डॉ सुनील कुमार,प्रो रेखा, प्रो इंदु तथा और भी कई व्याख्याताएँ उपस्थित थीं।
गिरिडीह से डिम्पल की रिपोर्ट