दुमका प्रियव्रत झा
बासुकीनाथ
देवाधिदेव महादेव की नगरी बासुकीनाथ धाम में महाशिवरात्रि को लेकर ब्रह्म मुहूर्त की बेला से ही शिव भक्तों का हुजूम आस्था की बहती अविरल धारा में डुबकी लगाने उमड़ पड़े। मंदिर प्रांगण में फौजदारी नाथ की जयघोष करते शिव भक्त भक्ति की अद्भुत छटा बिखेरते हुए निहाल हुए जा रहे थे। वही देवतुल्य श्रद्धालुओं को सुगमता पूर्वक जलार्पण कराने के लिए जिला एवं मंदिर प्रशासन तत्पर देखे गए। अहले सुबह से ही जिला प्रशासन से जुड़े तमाम अधिकारी व्यवस्था बनाए रखने के लिए चौकस थे। मौके पर डीआईजी उपायुक्त एसडीएम सहित स्थानीय प्रशासन से संबद्ध तमाम अधिकारी भक्तों की सेवा भाव में लगे रहे। जलाभिषेक करने आए लोगों को आपात चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए मंदिर के प्रवेश द्वार पर डॉक्टर सहित मेडिकल टीम मुस्तैद थे। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनजर झारखंड आर्म्ड फोर्स एवं जिला पुलिस के जवान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए संपूर्ण तीर्थ नगरी में तैनात रहे। नगर की यातायात व्यवस्था के बाधारहित संचालन को लेकर सभी प्रवेश एवं निकास द्वार पर बैरिकेडिंग की गई थी। इसके साथ भारी संख्या में पुलिस बल ट्रैफिक व्यवस्था सामान्य बनाए रखने के लिए अपनी भागीदारी निभाते देखे गए। पूरे बासुकिनाथ नगरी में सर्वत्र उत्सव का माहौल छाया रहा। पंडित चतुर्भुज शास्त्री के अनुसार 130 वर्षों के बाद महाशिवरात्रि पर होने वाले दुर्लभ संयोग से शिव भक्तों को सभी प्रकार के मनवांछित फल प्राप्त होंगे। सर्वार्थ सिद्धि योग एवं अमृत योग भक्तों की झोली में अपार खुशियां भर देगा। श्रद्धा भाव से किए गए ओम नमः शिवाय के उच्चारण मात्र से मृत्यु लोक में आने वाली तमाम बाधाएं एवं संकट स्वता समाप्त हो जाएगी।