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महुआडांड़:वन विभाग के द्वारा पलामू टाइगर प्रोजेक्ट के महुआडांड़ भेड़िया आश्रयणी के ग्राम शाहपुर व चुटिया मे स्वास्थ्य शिविर लगाया गया।

महुआडांड़

महुआडांड़ वन विभाग के द्वारा पलामू टाइगर प्रोजेक्ट महुआडांड़ के भेड़िया आश्रयणी क्षेत्र ग्राम चुटिया व शाहपुर में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। वन विभाग के द्वारा महुआडांड़ में 10 स्थानों पर स्वास्थ्य कैंप लगाना था। जहां आज शनिवार को ग्राम शाहपुर वह छुट्टियां में लगाया गया। जिसे लेकर विभाग के द्वारा 10 स्वास्थ्य कैंप पूर्ण हो चुका है। स्वास्थ्य शिविर में दोनों ग्रामों के लगभग 150 लोगों का स्वास्थ्य जांच की गई साथ में संबंधित दवाइयां का भी वितरण किया गया।

मोहम्मडन वन विभाग के द्वारा 10 ग्रामों में लगाया गया है स्वास्थ्य के शिविर।

इस संबंध में महुआडांड़ वनपाल अजय टोप्पो ने बताया कि महुआडांड़ वन विभाग के द्वारा 10 स्थानों पर मेडिकल कैंप लगाना था जिसमें पूर्व में ग्राम सोहर, कुरूद, परेवा, लोध, पारही मेढा़री, अक्सी, हरतूआ ग्रामीण में स्वास्थ्य कैंप लगाया गया था वही आज शनिवार को ग्राम शाहपुर एवं चुटिया में स्वास्थ्य कैंप लगाया गया था। रेंजर बृण्दा पांडे, डॉक्टर अभय कुमार सहयोगी हरि शंकर दुबे, सुमित काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।

उल्लेखनीय है कि झारखण्ड के महुआडांड़ प्रखंड में अवस्थित महुआडांड़ भेड़िया आश्रयणी देश में इंडियन ग्रे वुल्फ के संरक्षण की एकमात्र आश्रयणी है। इस आश्रयणी के जंगलों के बीच झारखण्ड के सबसे ऊँचा जलप्रपात लोध फॉल – जिसे बूढ़ा घाघ भी कहते हैं – स्थित है।

संवाददाता  शहजाद आलम महुआडांड़ से रिपोर्ट बबलू खान की

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