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महाराष्ट्र में लॉकडाउन के लिए मजबूर होंगे उद्धव ठाकरे? केवल 6 दिन में 50,000 से ज्यादा कोरोना मामले

महाराष्ट्र: महाराष्ट्र में कोरोना के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। सिर्फ 6 दिनों के भीतर राज्य में 50 हजार से ज्यादा मामले दर्ज किए जा चुके हैं। ऐसे में लोगों को डर है कि राज्य में दोबारा लॉकडाउन लगाया जा सकता है। 28 फरवरी को महाराष्ट्र में एक दिन में 8,283 नए मामले सामने आए थे, हालांकि एक मार्च को दैनिक मामलों में थोड़ी गिरावट दिखी और उस दिन 6,397 नए मामले सामने आए थे। जबकि दो मार्च को मामलों में बढ़ोतरी हुई और उस दिन 7,863 नए मामले सामने आए। इसके अलावा तीन मार्च को 9,855 नए मामले और चार मार्च को 8,998 नए मामले सामने आए। अगर कोरोना के मामले इसी तरह से बढ़ते रहे और लोगों ने अनुशासन का पालन नहीं किया तो उनके पास लॉकडाउन लगाने के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं बचेगा।

औरंगाबाद में लॉकडाउन लगाने पर विचार
महाराष्ट्र के औरंगाबाद शहर में कोरोना वायरस (कोविड-19) के मरीज दिन-प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहे हैं, इसलिए प्रशासन लॉकडाउन लगाने पर विचार कर रहा है। जिलाधिकारी सुनील चव्हाण ने बताया कि औरंगाबाद में लॉकडाउन का फैसला रविवार को होने वाली बैठक के बाद ही किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पिछले तीन दिन में एक हजार से अधिक लोग कोरोना से संक्रमित पाये गये जिससे स्वास्थ्य विभाग चिंतित है। शहर में प्रतिदिन दो हजार से अधिक लोगों की जांच की जा रही है। संक्रमित होने की दर 12 से 15 प्रतिशत है। यदि संक्रमित होने की दर पांच प्रतिशत कम हो, तब कोरोना को नियंत्रण में माना जाता है। शहर में 12 से 15 प्रतिशत संक्रमण के कारण प्रशासन लॉकडाउन लगाने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि उनके घर पर रविवार को शाम नगर निगम आयुक्त और पुलिस प्रमुख के साथ बैठक होगी जिसमें लॉकडाउन पर विचार होगा।

महाराष्ट्र, पंजाब में प्रतिदिन संक्रमण के मामले बढऩे के बाद सरकार ने केन्द्रीय दल भेजे
महाराष्ट्र और पंजाब में कोरोना वायरस संक्रमण के प्रतिदिन मामले तेजी से बढऩे के बाद केन्द्र सरकार ने उच्च स्तरीय जन स्वास्थ्य टीमों को इन राज्यों में भेजा है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इन टीमों को कोरोना वायरस संक्रमण की निगरानी, नियंत्रण आदि में राज्य स्वास्थ्य विभाग की सहायता के लिए भेजा जा रहा है। महाराष्ट्र के लिए उच्च स्तरीय दल की अगुवाई एमओएचएफएब्ल्यू के आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के वरिष्ठ सीएमओ पी रवीन्द्रन करेंगे । वहीं पंजाब के लिए जन स्वास्थ्य टीम की अगुवाई नयी दिल्ली के राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केन्द्र के निदेशक एस के सिंह करेंगे। मंत्रालय ने कहा कि ये दल ऐसे इलाकों में जाएंगे जहां संक्रमण के मामले बहुत अधिक हैं और संक्रमण के मामले बढऩे के कारणों का पता लगाएंगे। मंत्रालय के आंकडों के मुताबिक पंजाब में संक्रमण के 6,661 मामले उपचाराधीन हैं और महाराष्ट्र में उपचाराधीन मामलों की संख्या 90,055 है। ये दल मुख्य सचिव/सचिव (स्वास्थ्य) को जानकारी देंगे साथ ही यह भी बताएंगे कि संबंधित राज्य स्वास्थ्य अधिकारियों को उपाय के तौर पर क्या कदम उठाने चाहिए।

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